स्पोर्ट्स डेस्क पटना। बिहार में क्रिकेट को लेकर लड़ाई अब अंतिम चरन में पहुंच गई है। बिहार क्रिकेट को लेकर अरसे से लड़ रहे आदित्या वर्मा ने एक बार बिहार क्रिकेट एसोसियसेशन पर तगड़ा प्रहार किया है। उन्होंने बिहार क्रिकेट में फैले भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए बीसीसीआई से गुहार लगायी है।
उन्होंने पत्र लिखकर बीसीसीआई को बताया है कि कैसे 20.02.2019 एवं 21.02.2019 को एक राष्ट्रीय चैनल पर बिहार क्रिकेट एसोसिएसेशन के अध्यक्ष, सचिव एवं चयनकर्ता नीरज कुमार तथा बीसीसीआई के द्वारा बीसीए, पटना में नियुक्त लॉजेस्टीक मैनेजर डीपी त्रिपाठी ने कैमरे के सामने बीसीसीआई द्वारा आयोजित विभिन्न जूनियर एवं सीनियर जैसे विजय हजारे, रणजी ट्रॉफी एवं मुश्ताक अली टी-20 खेलने के नाम पर बिहार क्रिकेट टीम में चयन के लिए महिला एवं पुरुष क्रिकेटरों को खेलाने के लिए पैसे मांगे जा रहे हैं।
इस पूरी घटना पर आदित्य वर्मा ने बीसीसीआई को पत्र लिख कर एक्शन लेने के लिए कहा है। उन्होंने पत्र में बीसीसीआई को यह भी बताया कि इस मामले में एफआईआर भी दर्ज हुई है। कोर्ट ने बीसीसीआई के सीओए के वरीय अधिवक्ता को पूरे मामले को देखते हुए अविलम्ब वर्तमान बिहार क्रिकेट एसोसियेशन के पदाधिकारियों पर कारवाई करने के लिए कोर्ट में सुनवाई के दौरान तल्ख टिप्पणी की थी।