जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में नाकाम होने की वजह से उत्तर प्रदेश की रणजी टीम को पश्चिम बंगाल के खिलाफ छह विकेट से हार का मुंह देखना पड़ा है।
उत्तर प्रदेश की रणजी टीम ने पहले बल्लेबाज करते हुए अपनी पहली पारी में 198 रन बनाये थे। इसके बाद पश्चिम बंगाल ने अपनी पहली पारी में केवल 169 रन बनाये थे तब लग रहा था कि यूपी इस मुकाबले में वापसी कर चुका है और वो पश्चिम बंगाल को आसानी से पटरी से उतार देंगा लेकिन दूसरी पारी में भी उसकी बल्लेबाजी कोई खास कमाल नहीं कर सकी और सिर्फ 227 रन ही बना सकी। इस तरह से पश्चिम बंगाल की टीम को जीत के लिए 257 रन का टारगेट मिला। पश्चिम बंगाल की टीम ने इस लक्ष्य को चार विकेट खोकर हासिल कर लिया।
इस तरह से यूपी में सीजन की शुरुआत में पहला मुकाबला उसे गवांना पड़ा है। कोलकाता के ईडन ग्रॉडन पर खेले गए ग्रुप-ए के मुकाबले में यूपी की टीम कोई करिश्मा नहीं कर सकी।
हालांकि यूपी की टीम में इस वक्त भुवी और कुलदीप यादव के न होने की वजह से कमजोर लग रही है। उत्तर प्रदेश ने अपनी दूसरी पारी में 227 रन बनाकर बंगाल के सामने जीत के लिए 257 रन का लक्ष्य रख दिया। जवाब में बंगाल की शुरुआत बेहद खराब रही और उसने पहला पहला विकेट तो महज 18 रन पर ही गंवा दिया था।
इसके बाद कौशिक घोष ने 69 रन रन जडक़र पारी को संभाला और उनके आउट होने के बाद अनुस्तुप मजूमदार और मनोज तिवारी ने टीम को जीत दिलाने की जिम्मेदारी संभाली और टीम को मंजिल तक पहुंचाया। पश्चिम बंगाल के खेल मंत्री ने अपनी अर्धशतकीय पारी में 7 चौके और एक छक्का लगाया।
पिछले 18 सालों से बंगाल के लिए खेल रहे मनोज ने 2004 में दिल्ली के खिलाफ फर्स्ट क्लास क्रिकेट में डेब्यू किया था। तब से लेकर अभी तक उन्होंने बंगाल को अपने दम पर कई यादगार जीत दिलाई. उनके नाम फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 29 शतक और 40 अर्धशतक है।