जुबिली न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली. झारखंड का रांची रेलवे स्टेशन सुरक्षा के मामले में देश के तमाम स्टेशनों से आगे निकल गया है. रांची रेलवे स्टेशन को अंडर व्हीकल सर्विलांस सिस्टम (UVSS) से लैस किया गया है. इस सिस्टम के लैस हो जाने से स्टेशन और यात्रियों की सुरक्षा कई गुना बढ़ गई है. रांची से पहले यह सिस्टम जमशेदपुर में लगाया गया था.
UVSS सिस्टम को रांची रेलवे स्टेशन के बाहर वाहन पार्किंग स्थल पर लगाया गया है. यह सिस्टम अपने आप में अनोखा सिस्टम है. यह ऐसी तकनीक है जिसमें पार्किंग में पहुँचने वाली हर गाड़ी का नम्बर, गाड़ी का चेसिस नम्बर और ड्राइव करने वाले की तस्वीर UVSS में कैद हो जाती है.
इस सिस्टम से गुजरने वाले वाहन में अगर कोई संदिग्ध सामान रखा है तो रेलवे के सुरक्षा अधिकारियों को फ़ौरन खबर हो जाती है. अगर कोई व्यक्ति रेलवे स्टेशन पर कोई अप्रिय वारदात को अंजाम देने के लिए स्टेशन परिसर में पहुँच गया है तो यह मशीन सुरक्षाकर्मियों को फ़ौरन एलर्ट कर देगी.
रेलवे सुरक्षा बल में मंडल सुरक्षा आयुक्त प्रशांत यादव ने बताया कि UVSS के संचालन की ज़िम्मेदारी भी रेलवे सुरक्षा बल के पास है. इससे सुरक्षा पर अगर कोई खतरा मंडराएगा तो सबसे पहले उसे ही उसकी जानकारी भी हो जायेगी. इस सिस्टम पर तैनात कर्मचारियों की आठ-आठ घंटे की तीन शिफ्टों में ड्यूटी लगाई गई है ताकि रेलवे स्टेशन की सुरक्षा पर चौबीसों घंटे पैनी निगाह रखी जा सके.
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उन्होंने बताया कि इसके अलावा रेलवे स्टेशन परिसर को 80 सीसीटीवी कैमरों से भी लैस किया गया है. रेलवे स्टेशन के मुख्य दरवाज़े खुले रहेंगे लेकिन बाक़ी सभी रास्ते और कट्स बंद कर दिए गए हैं ताकि स्टेशन में जाने और आने के सिर्फ दो रास्तों पर ही निगाह रखी जा सके. रांची से पहले यह सिस्टम सिर्फ जमशेदपुर स्टेशन में ही लगा था. रेलवे स्टेशन को नक्सली हमलों से बचाने के लिए यह सिस्टम लगाया गया है.