जुबिली न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली. देश की राजधानी दिल्ली में रामलीला और दुर्गा पूजा अपने पारम्परिक अंदाज़ में मनाया जायेगा. मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने दुर्गापूजा और रामलीला के पंडाल लगाने की अनुमति दे दी है. इन पंडालों में कोविड-19 की गाइडलाइंस का पालन करना ज़रूरी होगा. पंडाल में आने और जाने के अलग-अलग रास्ते होंगे और बगैर मास्क लगाये किसी को भी पंडाल में जाने की इजाजत नहीं होगी.
रामलीला और दुर्गापूजा के अलावा किसी भी बड़े आयोजन की फिलहाल दिल्ली में इजाजत नहीं है. इसके लिए इलाके के जिला मजिस्ट्रेट को पत्र लिखना होगा. जिला मजिस्ट्रेट और डीसीपी मिलकर मौके का निरीक्षण करेंगे. यह दोनों अधिकारी अगर संतुष्ट हुए तो इजाजत मिल जायेगी.
दिल्ली सरकार ने आदेश दिया है कि 200 से ज्यादा लोग किसी भी आयोजन में शामिल नहीं हो सकेंगे. आयोजन स्थल को देखने के बाद अधिकारी तय करेंगे कि जगह के हिसाब से उस आयोजन में कितने लोग शामिल हो सकते हैं. 200 अधिकतम संख्या है. किसी भी बड़े आयोजन के लिए यह ज़रूरी होगा कि आने और जाने के रास्ते अलग-अलग बनाये जाएँ और मास्क का इस्तेमाल ज़रूरी रहे.
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दिल्ली में होने वाले सभी आयोजनों की डीटेल डीएम के पास रहेगी. रामलीला और दुर्गापूजा के लिए डीएम और डीसीपी एक-एक नोडल अफसर नियुक्त करेंगे. यह दोनों नोडल अफसर नियमों का कड़ाई से पालन कराएँगे.
उधर उत्तर प्रदेश सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थ नाथ सिंह ने भी कहा है कि रामलीला के मंचन के लिए कोई पाबंदी नहीं है लेकिन डीएम को सूचित करना और कोविड-19 गाइडलाइंस का पालन करना ज़रूरी होगा ताकि धार्मिक आस्था भी पूरी हो जाए और किसी को संक्रमण भी न फैले.