जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर बड़ी खबर आ रही है। दरअसल मामला हाईकोर्ट पहुंच गया है और हाईकोर्ट में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम पर रोक लगाए जाने की मांग को लेकर जनहित याचिका दाखिल की गई है।
इस याचिका में शंकराचार्य की बातों का उठाया गया और उनकी आपत्तियों का हवाला दिया गया है। इसमें कहा गया है कि इसे सनातन परंपरा के खिलाफ बताया गया है। इतना ही नहीं आरोप है कि भाजपा राम मंदिर के सहारे 2024 के लोक सभा के चुनाव में फायदा लेने के लिए इस तरह का आयोजन कर रही है।
ये याचिका गाजियाबाद के भोला दास की तरफ से दायर की गई है। इस जनहित याचिका में कहा गया है कि प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम पर शंकराचार्य की आपत्ति है।
पौष महीने में कोई धार्मिक कार्यक्रम आयोजित नहीं किए जाते हैं। इसके अलावा मंदिर अभी अपूर्ण है। अपूर्ण मंदिर में किसी भी देवी, देवता की प्राण-प्रतिष्ठा नहीं हो सकती है।
इसमें आगे कहा गया है कि पीएम और सीएम योगी का इस प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होना संविधान के खिलाफ है। इसको एक तरह का चुनावी स्टंट बताया है। अब देखना होगा कि हाईकोर्ट इस पर क्या कहता है। पूरे मामले की सुनवाई शुक्रवार को होगी।