न्यूज डेस्क
मोदी कैबिनेट से आज राम मंदिर ट्रस्ट को मंजूरी मिल गई है। संसद में पीएम नरेंद्र मोदी ने बताया कि ‘श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र’ के गठन का प्रस्ताव रखा। उन्होंने बताया कि कैबिनेट की बैठक में सरकार ने यह फैसला किया है। इसका ऐलान संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में कहा कि 67.03 एकड़ जमीन ट्रस्ट को दी जाएगी। पीएम मोदी ने कहा कि मेरी सरकार ने फैसला किया है कि अधिकृत भूमि, जो लगभग 67.703 एकड़ है और अंदर और बाहर का आंगन है, को राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र में स्थानांतरित किया जाएगा। राम जन्मभूमि मुद्दे पर फैसला आने के बाद, भारत के लोगों ने लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं और प्रक्रियाओं में उल्लेखनीय विश्वास प्रदर्शित किया. मैं भारत के 130 करोड़ लोगों को सलाम करता हूं
पीएम मोदी ने कहा, ‘भगवान श्री राम की स्थिली पर भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट पूर्ण रूप से ऑथराइज्ड होगा।’ साथ ही उन्होंने कहा, ‘सुन्नी वक्फ बोर्ड को 5 एकड़ जमीन देने के लिए यूपी सरकार से अनुरोध किया गया है। उन्होंने इस पर कार्य तेज कर दिया है।’
लोकसभा में पीएम मोदी ने कहा, ‘सभी धर्म के लोग एक हैं, परिवार के सदस्य सुखी समृद्ध हों और देश का विकास हो, इसीलिए सबका साथ सबका विकास के मंत्र पर चल रहे हैं।’ उन्होंने कहा, अयोध्या में राम धाम के निर्माण के लिए सभी लोग एक स्वर में अपना मत दें।
इससे पहले पीएम मोदी ने कहा कि मैं अपने दिल के करीब एक मामले पर बात करने के लिए यहां हूं। यह अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के बारे में है। आज हमने कैबिनेट की बैठक में एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया। SC के आदेश के अनुसार, मेरी सरकार ने जन्मभूमि में राम मंदिर के निर्माण के लिए कार्यक्रम बनाया है। श्री राम मंदिर जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र एक ट्रस्ट है जिसका गठन किया जाएगा। यह ट्रस्ट पूरी तरह से स्वतंत्र होगा। SC के आदेश के अनुसार, बहुत परामर्श और चर्चा के बाद, हमने अयोध्या में सुन्नी वक्फ बोर्ड को 5 एकड़ जमीन को मंजूरी दी है।
पीएम ने कहा, ‘9 नंवबर 2019 को अयोध्या पर फैसला आने के बाद देशवासियों ने परिपक्वता का परिचय दिया। मैं उनकी भूरि-भूरि प्रशंसा करता हूं। हमारी संस्कृति, हमारी परंपराएं वसुधैव कुटुम्बकम का दर्शन देती है और आगे बढ़ने की प्रेरणा भी देती है। हिंदुस्तान में हर पंथ के लोग चाहे हिंदू, मुस्लिम, सिख, इसाई हों या बौद्ध, पारसी जैन हों, हम सब एक वृहद परिवार के सदस्य हैं। इस परिवार के हर सदस्य का विकास हो, वो सुखी रहे, स्वस्थ रहे, देश का विकास हो इसी भावना के साथ मेरी सरकार सबका साथ, सबका विश्वास के मंत्र पर चल रही है।
दूसरी ओर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एलान किया कि श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट में 15 ट्रस्टी होंगे, जिसमें एक ट्रस्टी हमेशा दलित समाज से रहेगा। उन्होंने बुधवार को ट्वीट करके कहा कि सामाजिक सौहार्द को मजबूत करने वाले ऐसे अभूतपूर्व निर्णय के लिए मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अनेक अनेक बधाई देता हूं।
अमित शाह ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘भारत की आस्था और अटूट श्रद्धा के प्रतीक भगवान श्रीराम के मंदिर के प्रति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रतिबद्धता के लिए मैं उनका कोटि-कोटि अभिनन्दन करता हूं। आज का यह दिन समग्र भारत के लिए अत्यंत हर्ष और गौरव का दिन है।’
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, ‘ श्रीराम जन्मभूमि पर सर्वोच्च न्यायालय के आदेशानुसार आज भारत सरकार ने अयोध्या में प्रभु श्री राम के भव्य मंदिर के निर्माण की दिशा में अपनी कटिबद्धता दिखाते हुए श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र नाम से ट्रस्ट बनाने का ऐतिहासिक निर्णय लिया है।’