न्यूज डेस्क
राम जन्मभूमि न्यास के वरिष्ठ सदस्य डॉ. रामविलास दास वेदांती ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। केंद्र में मोदी सरकार के दोबारा गठन के बाद पूर्व बीजेपी सांसद रामविलास दास वेदांती ने दावा किया है कि 2024 में राम मंदिर निर्माण कार्य शुरू होगा।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के सत्ता में लौटने के बाद पूरे देश में हिंदुत्व का एजेंडा लागू होगा। इस एजेंडे के लिए रूप रेखा भी तैयार कर ली गई है।
वेंदाती ने बताया कि चार चरणों में हिंदुत्व एजेंड को लागू किया जाएगा। पहले चरण में धारा 370 हटेगी। उसके बाद दूसरे चरण में 35 ए समाप्त होगी। तीसरे चरण में अधिग्रहित निर्विवादित भूमि रामजन्मभूमि न्यास को सौंपा जाएगा। चौथे चरण में भव्य राम मंदिर का निर्माण होगा।
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या मामले का हल निकालने के लिए एक मध्यस्थता कमेटी का गठन किया है। जस्टिस एफ. एम. कलीफुल्ला की अध्यक्षता वाली सुप्रीम कोर्ट की मध्यस्थता कमेटी में आध्यात्मिक गुरु श्रीश्री रविशंकर और वरिष्ठ वकील श्रीराम पांचू शामिल हैं। कोर्ट राजनीतिक रूप से संवेदनशील इस मामले को कोर्ट से बाहर ही सुलझाने की कोशश करना चाहता है।
हालांकि, श्री राम जन्म भूमि न्यास के वरिष्ठ सदस्य डॉक्टर रामविलास दास वेदांती कोर्ट से अलग राय रखते हैं। उनका मानना है कि मोदी सरकार राम मंदिर को 2024 तक बनवाएगी।
इससे पहले भी वेदांती राम मंदिर पर बयान देते रहे हैं। कुछ माह पहले अयोध्या मामले में मध्यस्थता पर तीखा रूख अपनाते हुए उन्होंने धमकी दी थी कि अगर अयोध्या की धरती पर मस्जिद बनी तो वह आत्मदाह कर लेंगे। बता दें कि वेदांती बीजेपी से मछलीशहर लोकसभा सीट से सांसद भी रह चुके हैं।