न्यूज़ डेस्क
इलाहाबाद छात्रसंघ को लेकर समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता रामगोविंद चौधरी ने बीजेपी सरकार पर जमकर निशाना साधा है। उनका कहना है कि प्रयागराज विश्वविद्यालय में प्रशासन द्वारा छात्रसंघ को खत्म कर छात्र परिषद लागू करना छात्र अधिकारों पर कुठाराघात है। बीजेपी सरकार सत्ता के नशे में चूर होकर तानाशाही पर उतर आई है।
दरअसल हाल ही में प्रयागराज विश्वविद्यालय ने छात्रसंघ को छात्र परिषद बना दिया है। इसको लेकर सपा नेता ने बीजेपी को कसूरवार ठहराया है। रामगोविंद चौधरी ने निशाना साधते हुए कहा कि इस विश्वविद्यालय की अंतरराष्ट्रीय ख्याति है। आजादी के बाद यहां से कई छात्र नेता देश के दिग्गज राजनीति में अहम योगदान दिया है। प्रदेश के पूर्व सीएम नारायणदत्त तिवारी भी इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के अध्यक्ष रह चुके हैं।
विश्वविद्यालय प्रशासन करवाए बुद्धि – शुद्वि
प्रयागराज विश्वविद्यालय की छात्र संघ ने देश के कई बड़े वरिष्ठ राजनेताओं को सत्ता के शीर्ष पर पहुंचाया है। इस विश्वविद्यालय के गौरवशाली इतिहास को मिटाना चाहती है। अगर विश्वविद्यालय प्रशासन को लगता है कि छात्रसंघ से अराजकता फैलती है, तो वो अपनी बुद्धि शुद्वि करवा लें, क्योंकि छात्रसंघ राजनीति की नर्सरी होती है।
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय परिसर को सुव्यवस्थित ढंग से चलाने के लिए कई विकल्प हैं, केवल छात्रसंघ को खत्म करके ही परिसर को संभालना कहां तक उचित है। वर्तमान सरकार के इशारे पर कुलपति छात्रों की आवाज दबाने पर लगे हुए हैं। एशिया के सबसे पुराने छात्रसंघ को सरकार खत्म कर क्या संदेश देना चाहती है, जबकि इस विश्वविद्यालय के छात्रसंघ एक अलग ही इतिहास रहा है।
पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष पिछले दस दिनों से आमरण अनशन पर
छात्रसंघ की बहाली को लेकर पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष इलाहाबाद अवनीश यादव के नेतृत्व में पिछले 10 दिनों से आमरण अनशन चल रहा है। लेकिन अभी तक कोई भी अधिकारी और सरकार का आदमी उनके हालचाल लेने नहीं पंहुचा। अनशन कर रहे बहुत से छात्रों की तबियत ख़राब हो रही है। अगर कोई घटना होती है तो प्रदेश के छात्र सड़को पर आ जाएगें। शासन के प्रतिनिधि और प्रशासन छात्रों के आमरण अनशन को जाकर तोड़वाये। अगर कोई घटना होती है तो इसकी जिम्मेदार स्वयं सरकार होंगी।
समाजवादी पार्टी उतरेगी सड़क पर
लेकिन हमारी पार्टी पहले की तरह छात्रसंघ बहाली के लिए छात्रों के साथ है। अगर सरकार और विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रसंघ बहाली की मांग को नहीं मानती है तो समाजवादी पार्टी के फ्रंटल संगठन, युवजनसभा, छात्र सभा लोहिया वाहिनी यूथ बिग्रेड सड़क से लेकर सदन तक आंदोलन करेगी।