जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. दिल्ली बॉर्डर पर 13 महीने तक चले किसान आन्दोलन का प्रमुख चेहरा रहे देश के बड़े किसान नेता राकेश टिकैत पर बेंगलुरु में 30 मई को मंच पर चढ़कर हमला करने वाला शिव कुमार नाम का व्यक्ति हत्या जैसे अपराध में लिप्त रहा है. उसे अदालत ने दोषी करार दिया और सज़ा सुनाई थी लेकिन जेल में अपने अच्छे आचरण की वजह से वह जेल से रिहा कर दिया गया. सात साल पहले जेल से रिहा होकर आये शिव कुमार ने राकेश टिकैत पर माइक से हमला बोल दिया.
जिस समय शिव कुमार ने राकेश टिकैत के चेहरे पर माइक से हमला किया उसी समय एक दूसरे व्यक्ति ने उनके चेहरे पर स्याही फेंक दी थी. राकेश टिकैत ने बेंगलुरु में यह प्रेस कांफ्रेंस किसान नेता चन्द्रशेखर द्वारा पैसे मांगते हुए वीडियो वायरल होने के बाद बुलाई थी. टिकैत ने कहा की उनका इस मामले से कोई लेना देना नहीं है. उन्होंने कहा कि किसान नेता चन्द्रशेखर के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए.
राकेश टिकैत जाने माने किसान नेता महेंद्र सिंह टिकैत के बेटे हैं और किसान आन्दोलन जिस वक्त खत्म होने की कगार पर आ गया था उस वक्त अकेले राकेश टिकैत की बदौलत ही यह जारी रह पाया था. लगातार 13 महीने चले किसान आन्दोलन की वजह से सरकार को तीन कृषि क़ानून वापस लेने पड़े थे.
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