जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
लखनऊ. चार्टर्ड अकाउंटेंट्स की देश के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका होती है, वह आर्थिक विकास के सजग प्रहरी हैं. बिजनेस इको सिस्टम को चलाने में सीए की महत्वपूर्ण भूमिका है. दुनिया के ताकतवर समूहों में चार्टर्ड अकाउंटेंट्स की गणना होती है. यह बात देश के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को सीआईआरसी ऑफ आईसीएआई की लखनऊ शाखा की ओर से आयोजित “वित्तीय बाजार पर कार्यशाला’ में कही. वह यहां मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित चार्टर्ड अकाउंटेंट को संबोधित कर रहे थे.
आईसीआई लखनऊ के चेयरमैन आशीष पाठक ने कार्यशाला में राजनाथ सिंह का स्वागत करते हुए कहा कि आईसीएआई ने पारदर्शिता जवाबदेही और अखंडता के मूल्यों को बनाए रखने के लिए समर्पित एक विशिष्ट विश्व स्तरीय संस्थान के रूप में अपनी पहचान साबित की है. उन्होंने कहा कि हम सरकार के कार्यों में सीए की सहभागिता के लिए निरंतर प्रयासरत हैं. उन्होंने आशा व्यक्त की कि सीए अपने दायित्वों को पूरा करते हुए राष्ट्रहित में अपना व्यापक योगदान देंगे.
उपस्थित चार्टर्ड अकाउंटेंट के समूह को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि देश में वित्तीय प्रशासन में आइसीएआई की उत्कृष्ट भूमिका है. उन्होंने देश के आर्थिक विकास में उनके योगदान की भी सराहना की. डिजिटल क्रांति और उसके कारण पैदा हुए अवसरों के बारे में बात करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि हम सभी को डिजिटल क्रांति की क्षमता का उपयोग करना चाहिए तथा देश और जनता के विकास और खुशहाली के लिए अपने सर्वश्रेष्ठ प्रयास करने चाहिए. भारत सरकार ने अगले 5 वर्षों में भारत को पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किया है, इसके क्रियान्वयन में चार्टर्ड अकाउंटेंट की भूमिका अत्यधिक महत्वपूर्ण होगी.
विशिष्ट अतिथि के रुप में पूर्व उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने कार्यक्रम में कहा कि देश की अर्थव्यवस्था में सीए का बहुत बड़ा योगदान है. सीए राष्ट्र की अर्थव्यवस्था के निर्माण में भागीदार हैं. अर्थव्यवस्था को नियंत्रित करने में इनकी भूमिका महत्वपूर्ण है. सरकार के कार्यों में सीए की सहभागिता एक आवश्यक सुझाव है, जिसे मैं सरकार तक पहुंचाने का प्रयास करूंगा. उन्होंने कहा कि अर्थ विशेषज्ञों का समागम अत्यंत महत्वपूर्ण है यहां नए विचारों का जन्म होता है. उत्तर प्रदेश सरकार की एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था का लक्ष्य आप लोगों के बगैर संभव नहीं है. कार्यशाला को सीए अनुज गोयल अध्यक्ष सीएफएमआईपी, सीए अतुल मेहरोत्रा अध्यक्ष सीआईआरसी ने भी संबोधित किया. इस कार्यशाला में लखनऊ शाखा के 150 से भी अधिक चाहिए सीए ने भाग लिया.