जुबिली न्यूज डेस्क
तमिलनाडु में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सुपरस्टार रजनीकांत का मंथन अभी जारी है। अभिनेता रजनीकांत ने अपने संगठन रजनी मक्कल मंद्रम के कार्यकर्ताओं के साथ बैठक में राजनीति में एंट्री को लेकर अपना सस्पेंस बरकरार रखा है। रजनी ने कार्यकर्ताओं से पार्टी को मजबूत करते रहने का काम जारी रखते हुए कहा कि वह जल्द ही इस संबंध में फैसला लेंगे।
सुपरस्टार रजनीकांत ने कहा है कि वह राजनीति में आने के कयासों को लेकर अपने फैसले का जल्द ऐलान करेंगे। रजनीकांत ने सोमवार को अपनी पार्टी रजनी मक्कल मंदरम के जिला सचिवों से मुलाकात की और फिर यह प्रतिक्रिया दी।
दरअसल, रजनीकांत के समर्थकों ने उनसे चुनावी राजनीति से दूर रहने के अपने फैसले पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया था। इसके बाद रजनीकांत ने समर्थकों के साथ विचार-विमर्श शुरू किया। राज्य में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं।
अभिनेता रजनीकांत ने पिछले महीने संकेत दिया था कि चुनावी राजनीति में उनके प्रवेश में देरी हो सकती है। उन्होंने महामारी के दौरान प्रचार और अपने स्वास्थ्य को लेकर डॉक्टरों की चिंता का हवाला दिया गया था। डॉक्टरों ने अभिनेता को यात्रा नहीं करने की सलाह दी थी।
डॉक्टरों को आशंका है कि उनकी किडनी की हालत को देखते हुए वे कोविड-19 वायरस की चपेट में आ सकते हैं। 69 वर्षीय रजनीकांत ने कहा था कि यह पत्र “मेरा नहीं, बल्कि डॉक्टर की सच्ची सलाह है।
बता दें कि रजनीकांत पिछले दो वर्षों से तमिलनाडु से जुड़े विभिन्न राजनीतिक मुद्दों पर अपनी राय देते रहे है। भाजपा से भी उनके जुड़ने की कई बार अटकलें लगाई गईं। हालांकि सक्रिय राजनीति में प्रवेश को टालते रहे अभिनेता ने कहा, “मैं अपनी पार्टी रजनी मक्कल मंदरम से चर्चा करूंगा और उचित समय पर अपने राजनीतिक रुख की घोषणा करूंगा।”
हाल ही में तमिलनाडु के वेल्लोर जिले में रजनी के पोस्टर सामने आए थे। इसमें उनसे राजनीति से दूर रहने के फैसले पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया गया था। ऐसा ही एक पोस्टर “वेल्लोर सिटिजंस विशिंग फॉर ए चेंज” का सामने आया था।
तमिलनाडु की राजनीति में एआईएडीएमके और डीएमके का राज चलता रहा है, जिसमें एआईएडीएमके की कमान जयललिता और डीएमके की कमान करुणानिधि संभालते रहे थे। इन दोनों नेताओं का निधन हो चुका है। दोनों नेताओं के न रहने से तमिलनाडु में जो ‘वैक्युम’ बना है, बीजेपी उसमें अपनी मौजूदगी दर्ज कराने की कोशिश कर रही है।
हालांकि बीजेपी की राज्य में उपस्थिति नगण्य है और दो सबसे शक्तिशाली नेता एआईएडीएमके की जे जयललिता और डीएमके के एमके करुणानिधि की मृत्यु के बाद चुनाव में रजनीकांत की भूमिका निर्णायक हो सकती है।
तमिलनाडु में लगातार दो बार से एआईएडीएमके की सरकार है। लंबे समय बाद ऐसा पहली बार हुआ था कि राज्य में एक पार्टी की लगातार दूसरी बार सरकार बनी हो। जयललिता के निधन के बाद एआईएडीएमके लिए यह कड़ा इम्तेहान होगा।
पिछले साल अभिनेता और नेता कमल हासन (मक्कल नीधी माईम के प्रमुख) और रजनीकांत ने सुपरस्टार गठजोड़ की संभावना को लेकर तमिलनाडु के कल्याण के लिए एक साथ काम करने की इच्छा व्यक्त की थी। पिछले हफ्ते गृह मंत्री अमित शाह की यात्रा के दौरान सत्तारूढ़ अन्नाद्रमुक ने कहा था कि वह बीजेपी के साथ अपना गठबंधन जारी रखेगी।
बीजेपी की राज्य में उपस्थिति नगण्य है और वह लंबे समय से रजनीकांत को अपने साथ लेने की कोशिश में जुटी है। हालांकि अमित शाह और रजनीकांत के बीच कोई बैठक नहीं हुई है।