जुबिली न्यूज़ डेस्क
राजस्थान की सियासत पर घमासान जारी है। यहां पहले एक ऑडियो वायरल हुआ था जिसने सियासी घमासान मचा दिया था और अब एक वीडियो पर नया बवाल मच गया है। विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत के बीच हुई बातचीत का वीडियो सामने आया है।
इस वीडियो के सामने आने के बाद भारतीय जनता पार्टी हमलावर हो गई है। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि स्पीकर को नैतिकता के आधार पर पद छोड़ देना चाहिए। जिस तरह की बातचीत वीडियो टेप में हमने सुनी है, उससे ऐसा लगता है कि विधानसभा अध्यक्ष कांग्रेस पार्टी से आते हैं और पार्टी के लिए पक्षपात कर रहे हैं जो कि एक स्पीकर को शोभा नहीं देता है।
उन्होंने कहा कि स्पीकर संजीदा व्यक्ति हैं और ऐसे व्यक्ति पर जब इस तरह के सवाल उठे तो उन्हें अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। इस वीडियो में वह किसी सामान्य व्यक्ति से बात नहीं कर रहे हैं। बल्कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे से बात कर रहे हैं। ऐसे में ये साफ़ है कि वह कांग्रेस का साथ दे रहे हैं, जबकि संविधान के अनुसार विधानसभा अध्यक्ष को निष्पक्ष रहना चाहिए।
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सतीश पूनिया ने कहा कि एक तरफ विधानसभा अध्यक्ष हाईकोर्ट के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट चले गए हैं। हाई कोर्ट उनके विधायकों के नोटिस देने के मामले में लक्ष्मण रेखा पार कर रहा है। जबकि दूसरी तरफ वह खुद ही सारी मर्यादा तोड़ रहे हैं और 30 विधायकों के उधर चले जाने और सरकार बचा लेने की बातचीत कर रहे हैं।
गौरतलब है कि स्पीकर सीपी जोशी और वैभव गहलोत की मुलाकात का एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें स्पीकर कह रहे हैं कि अभी हालात मुश्किल हैं। अगर 30 आदमी निकल जाते हैं तो आप कुछ नहीं कर सकते, वो सरकार गिरा देंगे।
ये हुई बातचीत
स्पीकर – बहुत कठिन मामला है अभी
वैभव गहलोत– राज्यसभा चुनाव के बाद 10 दिन निकाला फिर वापस रखा।
स्पीकर– 30 आदमी निकल जाते हैं तो आप कुछ नहीं कर पाएंगे। आप शोर करते रह जाएंगे और उधर सरकार गिर जाएगी। अपने हिसाब से उन्होने कांटैक्ट किया इसलिए हो गया। दूसरे के बस की बात नहीं थी।