जुबिली न्यूज़ डेस्क
राजस्थान के करौली जिले में एक पुजारी को जिंदा जलाने को लेकर सियासत शुरु हो गई है। विपक्ष गहलोत सरकार पर हमलावर है। इस बीच पुजारी के परिजनों ने पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया है।
बताया जा रहा है कि पुजारी के परिजनों ने गहलोत सरकार से कुछ मांगे राखी है। और जबतक ये मांगे पूरी नहीं हो जाती वह अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। फ़िलहाल इस मामले के पुलिस ने मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
पुजारी बाबूलाल के परिजन ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि हम चाहते हैं कि 50 लाख रुपये मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए। इसके साथ ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया जाना चाहिए और आरोपियों का समर्थन करने वाले पटवारी और पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। यही नहीं पुजारी के परिवार को सुरक्षा भी मिलनी चाहिए।
उधर पुजारी को जिंदा जलाकर मार देने का मामला सियासी टूल पकड़ता जा रहा है। पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने इस मामले में सरकार की घोर निंदा की है। वहीं सतीश पूनिया ने गहलोत सरकार को सवालों के घेरे में लाकर बीजेपी की ओर से तीन सदस्यीय कमेटी का गठन करवाया है।
यही नहीं पुजारी के परिजनों से मिलने का सिलसिला भी प्रदेश बीजेपी के शीर्ष नेताओं ने जारी कर दिया है। पूर्व केन्द्रीय मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ और दौसा राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने भी परिवार से मुलाकात की है।
पुलिस के अनुसार घटना सापोटरा के बूकना गांव की है। वहां बुधवार को एक मंदिर के पुजारी बाबू लाल वैष्णव पर पांच लोगों ने हमला किया। आरोप है कि मंदिर के पास की खेती की जमीन पर कब्जा करने की कोशिश कर रहे इन लोगों ने पुजारी पर पेट्रोल छिड़क कर आग लगा दी।
क्या कहा मुख्यमंत्री गहलोत ने
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर कहा कि, सपोटरा में बाबूलाल वैष्णव जी की हत्या अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण एवं निंदनीय है, सभ्य समाज में ऐसे कृत्य का कोई स्थान नहीं है। प्रदेश सरकार इस दुखद समय में शोकाकुल परिजनों के साथ है। साथ ही घटना के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है एवं कार्रवाई जारी है। दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
क्या है मामला
गौरतलब है कि राजस्थान के करौली जिले के सपोटरा क्षेत्र के बूकना गांव में मंदिर की भूमि पर कब्जा करने के मामले ने एक पुजारी की जान ले ली। यहां कैलाश मीणा नामक एक व्यक्ति ने छप्पर डाल कर इस भूमि पर कब्जा कर लिया था। लिहाजा यह बात सामने आने के बाद वहां मंदिर के पुजारी ने अतिक्रमणकारियों को टोका, तो उन्होंने पेट्रोल छिड़ककर पुजारी को आग लगा दी।
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इसके बाद जयपुर में एसएमएस अस्पताल में उपचार के दौरान गुरुवार शाम सात बजे पुजारी की मौत हो गई। हालांकि पुलिस ने मुख्य आरोपी कैलाश मीणा को गिरफ्तार कर लिया है। अन्य की तलाश जारी है।