जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। पंजाब की तरह राजस्थान में भी कांग्रेस पार्टी कलह से जूझ रही है। हालांकि कांग्रेस ने किसी तरह से पंजाब के मामले को शांत करा लिया है लेकिन राजस्थान में भी कांग्रेस में एक साल कलह जारी है।
कहा जा रहा है कि पंजाब के बाद अब यहां पर कांग्रेस अशोक गहलोत और सचिन पायलट के मामले को जल्द सुलझाना चाहती है।
ऐसे में राजस्थान को लेकर बड़ी खबर आ रही है। कांग्रेस से जुड़े सूत्र बता रहे हैं कि जुलाई अंतिम सप्ताह में गहलोत सरकार के मंत्रिमंडल का विस्तार किया जा सकता है। अब देखना रोचक होगा कि क्या मंत्रिमंडल विस्तार में सचिन पायलट की क्या भूमिका रहती है।
इसको लेकर कांग्रेस के प्रभारी महासचिव अजय मकान और केंद्रीय नेता केसी वेणुगोपाल ने इसकी तैयारी कर डाली है। जानकारी मिल रही है कि वेणुगोपाल तो राजस्थान पहुंचकर इस मामले में अशोक गहलोत से चर्चा करने वाले हैं।
पंजाब कांग्रेस में चले आ रहे घमासान को किसी तरह से शांत कर लिया गया है लेकिन राजस्थान का मामला सुलझना किसी टेढ़ी खीर की तरह है।
यह भी पढ़ें : भाजपा सांसद ने पूछा सवाल-सरकार के प्रवक्ता बताएं कहां गए 300 करोड़ रुपए?
यह भी पढ़ें : कोरोना : सितंबर तक आ सकती है बच्चों की वैक्सीन
यह भी पढ़ें : शिल्पा ने पति को बताया बेगुनाह, कहा-पोर्न प्रोडक्शन में…
राजस्थान में सीएम अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के बीच अब तनाव की स्थिति बनी हुई है। इस वजह से वेणुगोपाल और अजय माकन के लिए एक बड़ी चुनौती साबित हो सकता है।
जानकारी मिल रही है कि अशोक गहलोत सरकार में अभी 21 मंत्री और इसमें अभी नौ मंत्री को शामिल करने की बात सामने आ रही है।
अब मंत्रिमंडल की इन कुल नौ खाली जगहों के लिए दावेदार ज्यादा है। मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर लेकर पेंच फंसा हुआ है।सचिन पायलट गुट कई लोगों को मंत्री बनाना चाहता है।
अगर मंत्रिमंडल विस्तार से पायलट कैंप के विधायकों को संतुष्ट किया तो वंचित रहने वाले गहलोत कैंप के विधायक नाराज हो सकते हैं।
यह भी पढ़ें :यूपी चुनाव के लिए ओवैसी ने अखिलेश के सामने क्या शर्त रखी?
यह भी पढ़ें : बड़े अदब से : अथ कुर्सी कथा
यह भी पढ़ें : क्या बसपा भी हिन्दुत्व के रास्ते पर आ गई है?
वहीं गहलोत के लिए सबसे बड़ी चुनौती है 13 निर्दलीय और बीएसपी से कांग्रेस में आने वाले 6 विधायकों को कैसे संभाला जाये। कुल मिलाकर अब देखना रोचक होगा क्या पंजाब के बाद राजस्थान का मामला कांग्रेस सुलझा लेती है या नहीं।