जुबिली स्पेशल डेस्क
देश में इन दिनों कृषि कानूनों को लेकर राजनीति खूब देखने को मिल रही है। दरअसल पीएम मोदी नेे शुक्रवार को राष्ट्र के नाम संबोधन में तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा की थी।
इसके बाद से विपक्ष और सरकार लगातार इसको लेकर आमने सामने है। दोनों तरफ से बयानबाजी देखने को मिल रही है। अब राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने कृषि कानूनों को लेकर बड़ा बयान दिया है।
उन्होंने कहा है कि अगर आगे जरूरत पड़ी तो दोबारा कानून बनाया जाएगा। राज्यपाल कलराज मिश्र के बयान के कई मायने निकाले जा रहा है।
दूसरी ओर किसानों ने साफ किया है कि जब तक संसद से कानून वापसी पर मुहर नहीं लगती, तब तक आंदोलन खत्म नहीं होगा। दूसरी ओर विपक्ष पीएम मोदी के इस अचानक से कदम को लेकर विपक्षी दल सरकार की नीयत पर सवाल उठा रहे हैं।
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वहीं उन्नाव से बीजेपी सांसद साक्षी महाराज ने भी बिल वापस लेने को लेकर कहा था कि बिल बनते हैं, बिगड़ते हैं और फिर वापस आ जाते हैं।
फर्रूखाबाद से बीजेपी सांसद मुकेश राजपूत ने इसी तरह का बयान देते हुए कहा था कि मजबूरी में ये फैसला लिया है। अब कलराज मिश्र ने हालांकि कानून वापस लेने के फैसले को सराहनीय कदम बताया लेकिन इस दौरान से बातचीत में यह भी कहा कि फिर आगे इस संबंध में कानून बनाने की जरुरत पड़ी तो दोबारा बनाया जाएगा, फिलहाल इसे वापस लिया जा रहा है।
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उन्होंने कहा कि कृषि कानून किसानों के हित में था। सरकार ने किसानों को समझाने की लगातार कोशिश की. फिर भी किसान आंदोलित थे और अड़े थे कि कानून वापस लिया जाए। अंत में सरकार को ये लगा कि कानून वापस ले लिया जाए।