जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. लाउडस्पीकर पर अज़ान के खिलाफ ठीक उसी समय मस्जिदों के सामने हनुमान चालीसा की शुरुआत कर गुमनामी में खोते जा रहे महाराष्ट्र नव निर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे भले ही देश भर में अचानक से चर्चा का केन्द्र बन गए हों लेकिन अपने बयानों की वजह से वह लगातार मुश्किलों में घिरते जा रहे हैं. पहली मई को एक रैली के दौरान एनसीपी नेता शरद पवार के बारे में कही गई उनकी भड़काऊ बातें आने वाले दिनों में उनकी मुश्किलें बढ़ा सकती हैं. बहुत संभव है कि उनके खिलाफ राजद्रोह का मुकदमा भी दर्ज हो जाए.
महाराष्ट्र के एक सोशल एक्टीविस्ट हेमंत पाटिल ने शरद पवार मामले में अदालत का दरवाज़ा खटखटाया है. उन्होंने अदालत से कहा है कि राज ठाकरे ने औरंगाबाद में एक रैली के दौरान शरद पवार के बारे में जिस तरह की बातें कही थीं उससे राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच अशांति फ़ैल सकती है जिससे महाराष्ट्र की शान्ति भंग होने का खतरा है. इसलिए अदालत को राज ठाकरे के खिलाफ राजद्रोह का मुकदमा कायम करना चाहिए.
पहली मई की रैली में राज ठाकरे ने शरद पवार पर महाराष्ट्र को जाति की राजनीति में विभाजित करने का इल्जाम लगाया था. इस भाषण के बाद महाराष्ट्र पुलिस ने राज ठाकरे के खिलाफ औरंगाबाद में मुकदमा भी दर्ज किया था. इसी रैली में राज ठाकरे ने यह एलान किया था कि जहाँ भी मस्जिद में लाउडस्पीकर देखेंगे वहां पर दोगुनी आवाज़ में हनुमान चालीसा बजाएंगे. इसके बाद तो महाराष्ट्र नव निर्माण सेना के कार्यकर्ताओं ने कई जगह मस्जिदों के सामने ठीक अज़ान के वक्त हनुमान चालीसा बजाया. पुलिस ने कई जगह ऐसा करने वालों को हिरासत में भी लिया.
राज ठाकरे की पार्टी उत्तर भारतीयों के साथ भी महाराष्ट्र में अपमानजनक व्यवहार करती रही है. राज ठाकरे का पांच जून को अयोध्या में राम मन्दिर जाने का कार्यक्रम तय है. बीजेपी सांसद ब्रज भूषण शरण सिंह ने एलान कर दिया है कि अगर उत्तर भारतीयों से राज ठाकरे ने हाथ जोड़कर माफी नहीं माँगी तो उन्हें अयोध्या की सीमा में घुसने नहीं देंगे. इसके लिए किसी भी सीमा तक जाना पड़े.
यह भी पढ़ें : बीजेपी सांसद ने किया एलान राज ठाकरे को अयोध्या में घुसने नहीं देंगे
यह भी पढ़ें : राज ठाकरे की मस्जिदों में लाउडस्पीकर पर नई चेतावनी
यह भी पढ़ें : लाउडस्पीकर विवाद: राज ठाकरे बोले- यह एक दिन का आंदोलन नहीं, निरंतर जारी रहेगा
यह भी पढ़ें : डंके की चोट पर : उसके कत्ल पे मैं भी चुप था, मेरा नम्बर अब आया