स्पेशल डेस्क
भारत के कई क्रिकेटर ऐसे है जो टीम इंडिया का हिस्सा नहीं है। हालांकि पहले के दौर में यही खिलाड़ी भारतीय क्रिकेट के अहम खिलाड़ी माने जाते थे लेकिन बाद में खराब फॉर्म और फिटनेस की वजह से इन खिलाडिय़ों को टीम से बाहर कर दिया गया था। ऐसे में ये क्रिकेटर आईपीएल या फिर घरेलू क्रिकेट का हिस्सा जरूर होते हैं लेकिन अब यही क्रिकेटर विदेशी लीग का हिस्सा भी बनना चाहते हैं।
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अधिकारी ने आगे कहा है, “बोर्ड और भारतीय क्रिकेट के हितों के दृष्टिकोण से, यह इरादा एक ऐसी प्रणाली को सुनिश्चित करने का है जहां गैर-अनुबंधित खिलाड़ी आइपीएल नीलामी में अच्छे मूल्य का आदेश दे सकें।
विशिष्टता ही कुंजी है।” वास्तव में, उन्होंने कहा कि जो लोग आइपीएल में दांव पर लगे हैं उन्हें विदेशी लीग में निवेश करने से बचना चाहिए। बीसीसीआइ सिर्फ उन्हीं खिलाड़ियों को विदेशी लीग्स में खेलने की इजाजत देती है, जो बीसीसीआइ के लिए नहीं खेल सकते।
बता दें कि नियम भी यही है कि अगर कोई खिलाड़ी विदेशी लीग में खेलना चाहता है, तो उसे पहले सन्यास लेना पड़ेगा। अभी हाल में ही युवराज सिंह ने विदेशी लीग का हिस्सा बने थे।
रैना ने इंस्टाग्राम के माध्यम इरफान पठान से बातचीत में कहा था कि बीसीसीआई और आईसीसी मिलकर उन खिलाडिय़ों को विदेशी लीग में खेलने की अनुमति दे सकते हैं, जो बोर्ड और फै्रंचाइजी टीम से अनुबंधित नहीं हैं। गौरतलब हो रैना अब भी क्रिकेट खेल रहे हैं जबकि इरफान पठान ने क्रिकेट से सन्यास ले लिया है लेकिन दोनों खिलाड़ी अब भी पूरी तरह से फिट नजर आ रहे हैं।