न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली। भारतीय रेलवे ने नववर्ष की पूर्व संध्या पर राष्ट्रव्यापी स्तर पर किराया बढ़ाने की घोषणा की जो एक जनवरी 2020 से लागू होगा। हालांकि उपनगरीय ट्रेनों को किराया वृद्धि से बाहर रखा गया है।
रेलवे के मंगलवार को जारी आदेश के अनुसार साधारण गैर वातानुकूलित, गैर उपनगरीय भाड़े में एक पैसा प्रति किलोमीटर के हिसाब से वृद्धि की गई है। उपनगरीय ट्रेनों को किराया वृद्धि से बाहर रखा गया है।
ये भी पढ़े: साल 2019 में सुर्ख़ियों में रहे ये युवा
रेलवे के आदेश के अनुसार मेल/एक्सप्रेस गैर वातानुकूलित ट्रेनों के किराए में दो पैसे प्रति किलोमीटर और वातानकूलित श्रेणियों में चार पैसे प्रति किलोमीटर की वृद्धि की गई है। किराया वृद्धि में राजधानी, शताब्दी और दूरंतो जैसी प्रीमियम ट्रेन भी शामिल हैं।
1,447 किलोमीटर की दूरी तय करने वाली दिल्ली-कोलकाता राजधानी ट्रेन के किराए में चार पैसे प्रति किलोमीटर के हिसाब से लगभग 58 रुपये की बढ़ोतरी होगी। आदेश के अनुसार आरक्षण और सुपरफास्ट शुल्क में कोई बदलाव नहीं होगा। इसके साथ ही पहले ही बुक हो चुकीं टिकटों पर भी भाड़ा वृद्धि लागू नहीं होगी।
ये भी पढ़े: 2019 के इतिहास में इसलिए यादगार बना रहेगा सुप्रीम कोर्ट
नए साल में यात्रियों को रेल यात्रा के दौरान अपनी जेब और ढीली करनी पड़ेगी। रेलवे ने यात्रियों की जेब पर और भार डालते हुए किराए में बढ़ोत्तरी कर दी है।
इसके तहत स्लीपर श्रेणी का किराया दो पैसा प्रतिकिलोमीटर और एसी की सभी श्रेणियों में चार पैसे प्रति किलोमीटर की बढ़ोतरी की गई है। यह किराया एक जनवरी 2020 से प्रभावी होगा। हालांकि पूर्व में टिकट बुक करा चुके यात्रियों को अतिरिक्त भुगतान नहीं करना होगा।
ऑर्डिनरी नॉन-एसी (नॉन-सबबर्न) के सेकेंड क्लास, स्लीपर और फर्स्ट क्लास के यात्री किराये में एक पैसा प्रति किलोमीटर की बढ़ोत्तरी की गई है। राजधानी, शताब्दी, दुरंतो, वंदेभारत, तेजस, हमसफर, गतिमान, अंत्योदय, गरीब रथ, जनशताब्दी, राज्यरानी, युवा एक्सप्रेस, सुविधा जैसी प्रीमियम रेलगाड़ियां भी किराया वृद्धि में शामिल हैं।
ये भी पढ़े: 2019 में चिदंबरम समेत कई बड़े नेताओं के लगे कोर्ट में चक्कर
उदाहरण के लिए दिल्ली-कोलकाता राजधानी जो 1,447 किलोमीटर की दूरी तय करती है, 4 पैसे प्रति किलोमीटर के हिसाब से यात्रियों को अब लगभग 58 रुपये अतिरिक्त चुकाने होंगे।