न्यूज डेस्क
विमान की तरह व्यक्तिगत एलसीडी एंटरटेनमेंट-कम-इंफोर्मेशन स्क्रीन, ऑन बोर्ड वाई-फाई सेवा, आरामदायक सीटें, मोबाइल चार्जिंग, व्यक्तिगत रीडिंग लाइट्स, मोड्यूलर बायो-टॉयलेट और सेंसर टेप फिटिंग की सुविधाएं देने वाली देश की पहली प्राइवेट ट्रेन तेजस का जहां कई लोग ने स्वागत किया हैं वहीं कई संगठन इसके विरोध में उतर आए हैं।
शुक्रवार लखनऊ से चलकर गाजियाबाद पहुंची प्राइवेट ट्रेन तेजस के खिलाफ रेलवे कर्मचारियों ने पहले ही दिन नारेबाजी कर दी। कर्मचारी पटरी पर चढ़कर ट्रेन के सामने हंगामा करने लगे। इस दौरान आरपीएफ ने प्रदर्शनकारियों को हटाया और ट्रेन को रवाना किया।
वहीं, कर्मचारियों का कहना है कि रेलवे का निजीकरण किया जा रहा है। टिकट बुकिंग से लेकर रेलवे स्टेशन तक निजी हाथों में दिए जा रहे हैं। अब पूरी ट्रेन का संचालन निजी हाथों में दे दिया गया। इससे आने वाले समय में बेरोजगारी बढ़ेगी। हालांकि, विरोध प्रदर्शन के दौरान ट्रेन अपने समय पर ही चल दी। उत्तरी रेलवे मजदूर यूनियन के कार्यकर्ता रेलवे में निजीकरण का विरोध कर रहे हैं।
उत्तर रेलवे मजदूर यूनियन के मंडल अध्यक्ष आलोक प्रकाश और लोको शेड अध्यक्ष विक्की कौशिक ने सहायक मंडल प्रबंधक को 3 अक्टूबर को एक पत्र दिया था। इसमें लिखा था कि वह रेलवे बोर्ड और केंद्र सरकार का प्राइवेट ट्रेन संचालन का विरोध करते हैं। पहली तेजस ट्रेन के गाजियाबाद पहुंचने पर यूनियन के सदस्य शांतिपूर्वक धरना-प्रदर्शन करेंगे। शुक्रवार को ट्रेन आने से पहले ही यूआरएमयू के सदस्यों ने प्लैटफॉर्म-3 पर धरना शुरू कर दिया।
गाजियाबाद स्टेशन पर जैसे ही ट्रेन रुकी तो यूनियन के सदस्य ट्रैक पर उतर गए और विरोध-प्रदर्शन करने लगे। 2 मिनट ट्रेन के स्टॉपेज के बाद जैसे ही ट्रेन चली सभी ट्रैक से हट गए। आलोक प्रकाश ने बताया कि रेलवे लगातार विभाग का निजीकरण कर रहा है। इससे आने वाले समय में बेरोजगारी बढ़ेगी।
उन्होंने बताया कि गाजियाबाद में ही रेलवे के विभिन्न विभागों में 10 हजार से ज्यादा पद खाली हैं। रेलवे बोर्ड उन पदों पर भर्ती नहीं कर रहा है और रेलवे का निजीकरण किया जा रहा है। प्रदर्शन करने वालों में अजय शर्मा, रिज्वी, जितेंद्र दूबे और अक्षय चौधरी समेत कई कर्मचारी थे।
बता दें कि शुक्रवार को यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तेजस एक्सप्रेस को लखनऊ रेलवे स्टेशन से हरी झंडी दिखाकर दिल्ली के लिए रवाना किया। यह ट्रेन मंगलवार को छोड़कर सप्ताह के छह दिन लखनऊ से दिल्ली के बीच चलेगी।
छह अक्टूबर से यह ट्रेन रोजाना यात्रियों के लिए चलेगी। मंगलवार को छोड़कर तेजस लखनऊ से सुबह 6.10 बजे से दिल्ली के लिए रवाना होगी। वापसी में यह ट्रेन नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से शाम 4 बजकर 9 मिनट पर लखनऊ के लिए रवाना होगी।