जुबिली न्यूज डेस्क
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने गुरुवार को प्रेस वार्ता करके भारत में परीक्षाओं में हो रही धांधली का मुद्दा उठाया है. राहुल गांधी ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यूक्रेन का युद्ध रुकवाने का दावा करते हैं लेकिन पेपर लीक नहीं रुकवा पा रहे हैं.
राहुल ने कहा मोदी ने एक ऑर्डर देकर रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध रोक दिया था, इसराइल ग़ज़ा के युद्ध को भी रोक दिया था, लेकिन किसी ना किसी कारण भारत में जो पेपर लीक हो रहे हैं, उन्हें नरेंद्र मोदी रोक नहीं पा रहे हैं या रोकना नहीं चाहते हैं. राहुल गांधी ने कहा है कि देश की शिक्षा व्यवस्था पर बीजेपी का कब्ज़ा हो गया है.राहुल गांधी ने कहा है कि विपक्ष संसद में पेपर लीक का मुद्दा उठायेगा.
पूरा देश जनता है कि पेपर लीक का एपिसेंटर पहले मध्य प्रदेश था, जहां 40-50 लोगों की हत्या हुई थी।
BJP कहती है कि मध्य प्रदेश और गुजरात हमारी प्रयोगशाला है। पेपर लीक भी वहीं से शुरू हुआ है और अब पूरे देश में फैल रहा है।
जब तक हिंदुस्तान के संस्थानों को BJP के हाथों से छीनकर… pic.twitter.com/tHV9e4G6K8
— Congress (@INCIndia) June 20, 2024
मध्य प्रदेश और गुजरात से पेपर लीक शुरू हुआ
पूरा देश जनता है कि पेपर लीक का एपिसेंटर पहले मध्य प्रदेश था, जहां 40-50 लोगों की हत्या हुई थी। BJP कहती है कि मध्य प्रदेश और गुजरात हमारी प्रयोगशाला है। पेपर लीक भी वहीं से शुरू हुआ है और अब पूरे देश में फैल रहा है। जब तक हिंदुस्तान के संस्थानों को BJP के हाथों से छीनकर ईमानदार और निष्पक्ष लोगों को नहीं दिया जाएगा, पेपर लीक होते रहेंगे।
राहुल गांधी ने दावा किया है कि भारत की शिक्षा व्यवस्था और संस्थानों में वैचारिक आधार पर अयोग्य लोग नियुक्त किए जा रहे हैं जिसकी वजह से गुणवत्ता प्रभावित हुई है. 18 जून को हुए यूजीसी-नेट परीक्षा को धांधली की आशंका के मद्देनज़र रद्द कर दिया गया है. वहीं भारत के मेडिकल संस्थानों में प्रवेश के लिए होने वाली नीट परीक्षा भी सवालों के घेरे में है. कथित पेपर लीक की जांच कर रही बिहार पुलिस की गिरफ़्त में कई लोग आए हैं.
इसके अलावा मेरिट सूची भी सवालों में है. नीट की परीक्षा को भी रद्द किए जाने की मांग की जा रही है. राहुल गांधी ने ये भी कहा कि भारत में बढ़ती बेरोज़गारी की वजह से भी छात्रों पर दबाव है. राहुल ने कहा, “हमारे छात्रों पर भारी दबाव है, ये कई दिशाओं से आ रहा है, पहली दिशा है भारत में बड़े पैमाने पर बेरोज़गारी, सभी इस कारण को समझते हैं.देश के युवाओं को लगता है कि मोदी बेरोज़गारी के मुद्दे का समाधान करने के योग्य नहीं है. राहुल गांधी ने कहा ये सिर्फ़ शिक्षा का संकट नहीं है, बल्कि ये हर क्षेत्र में है.
चुनावों से पहले ये स्पष्ट था कि मीडिया पर, दूसरे संस्थानों पर नियंत्रण है, इसलिए वो चुप थे, लेकिन अब नहीं रहेंगे. ये एक बड़ा राष्ट्रीय और आर्थिक संकट हैं. ये संस्थागत संकट भी है.
राहुल गांधी ने कहा जिन्होंने भी पेपर लीक किया है, उनके ख़िलाफ़ कार्रवाई होनी चाहिए. सख्त क़ानून होना चाहिए, लेकिन अगर आप मेरिट के आधार पर लोगों को नौकरी नहीं देंगे, अगर आप वैचारिक आधार पर अयोग्य लोगों को वाइस चांसलर बनायेंगे, परीक्षा की प्रक्रिया को तय करने वाले लोगों में वैचारिक लोगों को डालेंगे, तो संस्थाएं कमज़ोर होंगी. राहुल गांधी ने कहा बीजेपी ने हिंदुस्तान के संस्थानों को बर्बाद किया है, जो संस्थान पहले पारदर्शी थे, अब वो वहां अयोग्य लोगों को बैठा दिया गया है. जब तक हिंदुस्तान के संस्थान इन लोगों के हाथों से नहीं छीने जाएंगे, ये होता रहेगा. जब तक बीजेपी रहेगी ये बढ़ता जाएगा.”