जुबिली स्पेशल डेस्क
मणिपुर से संघर्ष भरी शुरुआत और असम में हिमंत बिस्वा सरमा से टकराव के बाद राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा पश्चिम बंगाल में एंट्री मारने जा रही है लेकिन ममता के साथ कांग्रेस बिगड़ते रिश्तों की वजह से अब देखना होगा कि बंगाल में भारत जोड़ो न्याय का कैसा स्वागत होता और जनता कैसे देखती है।
ममता ने आज साफ कर दिया है कि पश्चिम बंगाल में उनकी पार्टी लोकसभा चुनाव में अकेले ही लड़ेंगी। ऐसे में अब देखना होगा कि राहुल गांधी की यात्रा को लेकर ममता की पार्टी क्या रूख रहता है।
हालांकि ममता ने जब ये ऐलान किया है कि उनकी पार्टी अकेले ही चुनाव में उतरेगी तो साथ में ये भी संकेत दिया है कि भारत जोड़ो न्याय यात्रा में शामिल होने का उसका कोई इरादा नहीं है।
ऐसे में राहुल गांधी की यात्रा में कांग्रेस वहां पर क्या प्रतिक्रिया देती है। कांग्रेस से मिली जानकारी के अनुसार असम के बाद भारत जोड़ो न्याय यात्रा 25 जनवरी को पश्चिम बंगाल में प्रवेश करने जा रही है।
पश्चिम बंगाल की यात्रा काफी छोटी होगी। पश्चिम बंगाल के लिए ये दूरी 523 किलोमीटर ही है। पश्चिम बंगाल में सिर्फ 7 जिलों को कवर करेगी। ये वो शहर होंगे जहां पर कांग्रेस का दबदबा देखने को मिलता है।
उनमें मालदा और मुर्शिदाबाद शामिल है। बंगाल के बाद न्याय यात्रा बिहार पहुंचेगी, वहां भी उनकी राह आसान होने नहीं जा रही है क्योंकि नीतीश कुमार का रूख काफी बेरूखा रहा है।