जुबली न्यूज़ डेस्क
कोरोना संकट के बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी लगातार एक्टिव हैं। राहुल गांधी की ओर से अर्थव्यवस्था पर चर्चा के लिए एक सीरीज की शुरुआत की गई, जिसमें वह एक्सपर्ट से चर्चा करते नजर आये। इतना ही नहीं इस दौरान राहुल गांधी सड़क पर भी उतरे और प्रवासी मजदूरों के साथ उनका दर्द साझा किया।
राहुल गांधी ने इस दौरान सरकार के कदमों पर सवाल भी खड़े किए। लेकिन उनके इन सब कैंपेन के पीछे जो टीम काम कर रही थी उसमें कांग्रेस सोशल मीडिया के सदस्य न होकर दूसरे लोग शामिल रहे।
पार्टी सूत्रों की माने तो राहुल पार्टी की मीडिया टीम या सोशल मीडिया टीम पर भरोसा नहीं कर रहे हैं। पार्टी संगठन के पदाधिकारियों की मदद लेने की बजाय राहुल अपनी टीम के सहारे ही सारे काम कर रहे हैं।
बता दें कि अर्थशास्त्रियों और कारोबारियों से बात करने का आइडिया भी राहुल की टीम का था और इस पूरे कैंपेन को उनकी पर्सनल टीम ने ही हैंडल किया है।
बताया तो यह भी जा रहा है कि राहुल गांधी के एक्सपर्ट से बातचीत के वीडियो अपलोड करने हो या फिर किसी मुद्दे पर कोई पोस्ट करनी हो ये सब कांग्रेस सोशल मीडिया के सदस्यों को तब बाहर से ही मालूम पड़ता है, उन्हें इस सबकी कोई खबर तक नही दी जाती। राहुल गांधी के इस रवैये से सोशल मीडिया टीम के कई सदस्य आहत हैं और उन्होंने पार्टी के बड़े नेताओं के सामने यह बात उठाई है।
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