जुबिली स्पेशल डेस्क
राहुल गांधी इस वक्त सुर्खियों में है। दरअसल कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी असम में है लेकिन वहां पर उनका और राज्य सरकार के बीच जोरदार टकराव देखने को मिल रहा है।
राहुल गांधी के नेतृत्व में निकाली जा रही कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान मंगलवार को गुवाहाटी में जमकर बवाल देखने को मिला है।
दरअसल यहां पर इनकी यात्रा को लेकर राज्य सरकार ने इसकी इजाजत नहीं दी। बताया जा रहा है कि कांग्रेस नेता यात्रा को शहर के भीतर से निकालना चाहते थे, जिसको लेकर राज्य सरकार ने साफ मना कर दिया था और कांग्रेस कार्यकर्ता काफी गुस्से में आ गए है और पुलिस के साथ उनकी झड़प देखने को मिल रही है जबकि कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने यात्रा को रोकने के लिए लगाए गए बैरिकेड तोड़ दिए। बाद में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि ‘हमने बैरिकेड तोड़ दिए हैं, लेकिन हम कानून नहीं तोड़ेंगे।’
हमने बैरिकेड तोड़ दिए हैं। कांग्रेस कार्यकर्ता किसी से नहीं डरते।’ पार्टी कार्यकर्ताओं को राहुल गांधी ने ‘बब्बर शेर’ बताया और बोले कि ‘उन्होंने यूनिवर्सिटी में मेरा कार्यक्रम कैंसिल कर दिया, लेकिन छात्रों ने यूनिवर्सिटी के बाहर मेरी बात सुनी। हम असम में भाजपा को हराएंगे और जल्द ही कांग्रेस की सरकार बनाएंगे। राहुल गांधी ने पुलिस की भी तारीफ की। उन्होंने कहा कि हम जानते हैं कि पुलिस सिर्फ उन्हें मिले आदेशों का पालन कर रही है। हम आपके खिलाफ नहीं हैं। हम सीएम के खिलाफ हैं, जो भ्रष्ट हैं, हमारी लड़ाई उनसे है।’
राहुल गांधी ने एक चैनल से बातीचत में राम लहर पर साफ कहा था किसी तरह की कोई लहर नहीं है और 22 जनवरी के समारोह को पूरी तरह से बीजेपी का राजनीतिक कार्यक्रम करार दिया।
उन्होंने कहा कि मैं पहले कह चुका हूं कि यह बीजेपी का राजनीतिक कार्यक्रम था। हम अपना प्लान देश के सामने रखेंगे। आने वाले दिनों में हम युवा, किसान और महिलाओं के लिए न्याय का हमारा रोडमैप जारी करेंगे। इससे पहले भी राहुल गांधी ने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह को बीजेपी, आरएसएस और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का फंक्शन करार दिया था।