जुबिली स्पेशल डेस्क
देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस इस वक्त काफी बुरे दौर से गुजर रही है। उसकी खराब स्थिति को देखते हुए कई नेताओं ने अपने हाथ उससे खींच लिए है लेकिन इसके बावजूद पार्टी अब भी मजबूती से खड़ी है और हार नहीं मानने का हौसला दिखाया है।
इतना ही नहीं पिछले दस सालों से सत्ता से बेदखल रहने वाली कांग्रेस इस वक्त वो क्षेत्रीय दलों के सहारे लोकसभा चुनाव लड़ रही है ताकि वो फिर से सत्ता में आ सके।
बीते कुछ सालों में कांग्रेस का ग्राफ लगातार नीचे गिरता हुआ नजर आ रहा है लेकिन चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने कांग्रेस को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि लोगों के मुंह से अक्सर सुननो को मिलता है कि कांग्रेस पतन की ओर है. हालांकि चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर का साफ तौर पर कहना है कि कांग्रेस को कभी खत्म नहीं किया जा सकता।
इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस पार्टी को एक अहम सलाह भी दी है। अगर कांग्रेस को लोकसभा चुनाव में उम्मीद के मुताबिक नतीजे नहीं मिलते हैं तो राहुल गांधी को अपने कदम पीछे खींचने पर विचार करना चाहिए।
बीजेपी के नेता भी पिछले दस सालों में गांधी परिवार पर हमलावर रहते हैं और उनके द्वारा अक्सर एक ही परिवार, मां-बेटे… जैसी बातें कहते हुए भाजपा के नेता सोनिया और राहुल गांधी पर निशाना साधते रहते हैं।अब पीके ने कहा है कि 10 साल में अच्छे नतीजे नहीं मिलने के बावजूद राहुल गांधी न तो रास्ते से हट रहे हैं और न ही किसी और को आगे आने दे रहे हैं।
वास्तव में इस तर्क के कारण भी कांग्रेस को काफी नुकसान हो रहा है. एक चीज जो सबको दिख रही है कि कांग्रेस में नेताओं की अगली पीढ़ी तैयार नहीं हो पा रही है. बुजुर्ग नेता आज की पीढ़ी की उम्मीदों और आकांक्षाओं को महसूस नहीं कर पा रहे हैं, जिस कारण बीजेपी 10 साल से बढ़त बनाए हुए है.।