जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। जब से राहुल गांधी नेता प्रतिपक्ष बने है तब से उनके निशाने पर पूरी बीजेपी है। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष के तौर पर कल पहला भाषण दिया। उन्होंने करीब पौने दो घंटे के भाषण में मोदी से लेकर पूरी बीजेपी ने जोरदार तरीके से हमला बोला है।
इस दौरान उन्होंने ये भी संदेश दिया कि विपक्ष इस संविधान को बचाने की लड़ाई लड़ रहा है। इस दौरान उनको बीजेपी का जोरदार तरीके से विरोध भी सहना पड़ा है लेकिन उन्होंने अपने भाषण में संविधान बचाने का नैरेटिव सेट करने की पूरी कोशिश की है। इस वजह से उनके भाषण के दौरान बीजेपी के कई नेताओं ने उठकर विरोध किया।
इतना ही नहीं खुद अमित शाह और मोदी के साथ-साथ राजनाथ को अपनी सीट से उठकर बोलना तक पड़ा है। राहुल गांधी ने अपने भाषण में ‘डरो नहीं’ पर फोकस रखा और पीएम मोदी को कई मौकों पर घेरा। राहुल गांधी ने सबसे ज्यादा हिंदुत्व के मुद्दों पर बीजेपी को घेरा जिस पर सत्ता पक्ष ने जमकर हंगामा काटा है।
राहुल गांधी ने अपने भाषण में हिन्दू और हिंदुत्व का मुद्दा उठाकर पूरी बीजेपी को कटघरे में खड़ा कर दिया। उनके भाषण में कई संदेश छिपे हैं। राहुल गांधी अपने भाषण की वजह से कल खूब ट्रोल हुए और ‘राहुल खान’ टॉप ट्रेंड्स में शुमार हो गया। आलम तो ये रहा कि राहुल गांधी के भाषण के सिर्फ जब 20 मिनट ही गुजरे थे तभी पीएम मोदी को उठकर उनका विरोध करना पड़ा और कहना पड़ा कि संविधान ने मुझे सखिाया है कि नेता प्रतिपक्ष को गंभीरता से लेना चाहिए।
मामला यहीं पर खत्म नहीं हुआ बल्कि अमित शाह, राजनाथ सिंह, किरण रिजिजू और कई बीजेपी नेताओं को उठकर राहुल गांधी की बातों पर जवाब देने की कोशिश की है।
इस दौरान उन्होंने जनता को भी मैसेज देने की कोशिश की है कि वो संसद में सिर्फ और सिर्फ जनता के मुद्दों को उठाएंगे और सरकार से सवाल करेंगे। संसद से बाहर मणिपुर हिंसा, महंगाई, बेरोजगारी, ईडी-सीबीआई के दुरुपयोग के आरोप करते हैं लेकिन अब वो संसद में इसपर अपनी राय रखेंगे। इस दौरान स्पीकर को कई मौकों पर अपने निशाने पर लिया है। कुल मिलाकर राहुल गांधी के इस दमदार भाषण के बाद बीजेपी को आने वाले दिनों में मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।