न्यूज डेस्क
कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद राहुल गांधी ने अगले अध्यक्ष के चुनाव का फैसला पूरी तरह पार्टी पर छोड़ दिया है। खबरों की माने तो गांधी परिवार अध्यक्ष पद की चुनावी प्रक्रिया से पूरी तरह दूर रह सकता है।
सूत्रों का कहना है कि बजट सत्र के बाद राहुल गांधी और सोनिया गांधी अमेरिका जाने वाले हैं। पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा पहले से अपने पति रॉबर्ट वाड्रा के इलाज के लिए अमेरिका में हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि पार्टी अध्यक्ष का चुनाव गांधी परिवार की गैर-मौजूदगी में हो सकता है।
बता दें कि राहुल गांधी ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा देकर गेंद पार्टी के पाले में डाल दी है। अब पार्टी को तय करना है कि अगले अध्यक्ष का चुनाव कब और कैसे होगा। राहुल गांधी ने खुद अपने पत्र में लिखा है,
‘पार्टी में मेरे बहुत से सहयोगियों ने सुझाया कि मैं अगले पार्टी अध्यक्ष को नामित करूं। जबकि जरूरी यह है कि कोई नया व्यक्ति हमारी पार्टी का नेतृत्व करे। ऐसे में मेरे द्वारा उस व्यक्ति को चुना जाना सही नहीं होगा। मुझे पूरा भरोसा है कि पार्टी इस बारे में उचित निर्णय लेगी कि अगला अध्यक्ष कौन होगा।’
राहुल गांधी ने जल्द से जल्द नया अध्यक्ष चुने जाने की प्रक्रिया शुरू करने को कहा। राहुल ने कहा कि उनके इस्तीफे के तुरंत बाद सहयोगियों को मेरा सुझाव है कि अगले अध्यक्ष का चुनाव जल्द हो। राहुल गांधी ने पार्टी को पूर्ण समर्थन की प्रतिबद्धता जताई है।
सूत्रों का कहना है कि अब कांग्रेस वर्किंग कमिटी की बैठक में यह फैसला होगा कि राहुल गांधी का इस्तीफा स्वीकार किया जाए या नहीं। पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल यह बैठक बुलाएंगे। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो किसी नए अध्यक्ष को या फिर एक ग्रुप को अंतरिम तौर पर फैसले करने के लिए अधिकृत किया जा सकता है।
ऐसे में खबरों की माने तो नए कांग्रेस अध्यक्ष की नियुक्ति तक वरिष्ठ कांग्रेस नेता मोलीलाल वोरा कांग्रेस के अंतरिम अध्यक्ष होंगे। मोतीलाल वोरा 2014 से राज्यसभा के सदस्य हैं।
वह पहली बार 1988 में राज्यसभा के सदस्य बने थे। इतना ही नहीं वह कुछ समय के लिए 1985-1988-1989 में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं।
मोतीलाल वोरा केंद्रीय कैबिनेट मंत्री के तौर पर स्वास्थ्य, परिवार कल्याण और सिविल एविएशेन मंत्रालयों का कार्यभार भी संभाल चुके हैं। इसके अलावा 16 मई 1993 से लेकर 3 मई 1996 तक वोरा उत्तर प्रदेश के राज्यपाल भी रहे थे।
हालांकि, मोतीलाल वोरा ने कहा है कि उन्हें अंतरिम अध्यक्ष बनाए जाने की जानकारी नहीं है। इसी के साथ उन्होंने राहुल गांधी के नेतृत्व की तारीफ की और कहा कि उनकी अगुवाई में कांग्रेस ने तीन राज्यों में चुनाव जीते हैं, उनका नेतृत्व कांग्रेस के लिए बहुत जरूरी है।
कांग्रेस पार्टी की वेबसाइट के मुताबिक, कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष के पद पर आजाद भारत में गांधी परिवार के सदस्यों के अलावा सिर्फ छह लोग रहे थे। अब मोतीलाल वोरा सातवें नेता हो सकते हैं जो गैर गांधी परिवार से होने के बाद भी पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष के तौर पर अगुवाई कर सकते हैं।
बता दें कि अभी तक बीजेपी कई मौकों पर कांग्रेस को चुनौती देती रही है कि वह अपने अध्यक्ष के तौर पर किसी गैर कांग्रेस नेता को चुनकर दिखाए।