न्यूज डेस्क
महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनाव की तैयारियां चल रही हैं। हरियाणा की 90 सीटों और महाराष्ट्र की 288 सीटों पर 21 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव होने वाला है। दोनों राज्यों के नतीजे 24 अक्टूबर को आएंगे। दोनों ही राज्यों में फिलहाल गैर-कांग्रेसी सरकार और इन राज्यों में कांग्रेस की स्थिति भी बहुत सही नहीं है।
वहीं, पार्टी में टिकट बंटवारे को लेकर भी विवाद और इस्तीफे का दौर चल रहा है। आंतरिक कलह से जूझ रही कांग्रेस पार्टी राहुल गांधी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद और कमजोर हो गई है। उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, हरियाणा, बिहार जैसे राज्यों में कांग्रेस नेता टूट कर अन्य दलों में शामिल होते जा रहे हैं।
बीते दिनों महाराष्ट्र कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष संजय निरुपम ने पार्टी में लोकतंत्र की कमी होने का आरोप लगाकर कांग्रेस के लिए प्रचार नहीं करने का ऐलान किया। वहीं, हरियाणा में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर ने टिकट बंटवारे में धांधलेबाजी और राहुल गांधी के वफादार नेताओं को साइडलाइन किए जाने का आरोप लगाकर पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।
ऐसे गंभीर समय में कांग्रेस के स्टार प्रचारक राहुल गांधी बैंकाका की यात्रा पर चले गए हैं, जिस पर सवाल उठने लगे हैं। राहुल गांधी के बैंकॉक जाने की खबर ट्विटर पर काफी समय तक ट्रेंड करती रही। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो राहुल गांधी शनिवार की शाम बैंकॉक के लिए रवाना हुए हैं।
हालांकि, उनके बैंकॉक जाने के पीछे की वजह सामने नहीं आई है। राहुल गांधी इससे पहले भी चुनाव से पहले अपने विदेश दौरे के लिए निशाने पर रहे हैं। सूत्रों की माने तो 10 अक्टूबर को राहुल अपने बैंकॉक दौरे से वापस आ जाएंगे।
ऐसे वक्त में जब दो सप्ताह बाद ही दो राज्यों में चुनाव हैं और कांग्रेस अंदरुनी जंग में उलझी हुई है, तब राहुल गांधी के बैंकॉक जाने पर सवाल उठ रहे हैं।
बताते चले कि राहुल गांधी 2015 में भी बैंकॉक गए थे। तब वह 60 दिनों की छुट्टियों के बाद भारत वापस लौटे थे। उस वक्त कांग्रेस उपाध्यक्ष रहे राहुल गांधी के इतनी लंबी छुट्टी लेने पर सवाल उठे थे। राहुल गांधी 16 फरवरी, 2015 को बैंकॉक के लिए रवाना हुए थे और ठीक दो महीने बाद 16 अप्रैल को स्वदेश लौटे थे। कहा जाता है कि उस दौरान उन्होंने बैंकॉक समेत 4 दक्षिण पूर्व एशियाई देशों की यात्रा की थी।