न्यूज डेस्क
लोकसभा चुनाव के दौरान ‘मोदी’ सरनेम को लेकर दिए गए विवादास्पद बयान को लेकर किए गए मानहानि केस में कंबोडिया से ध्यान लगाकर लौटे राहुल गांधी गुरुवार को सूरत कोर्ट में पेश हुए। कोर्ट में पेशी के बाद राहुल गांधी ने कहा कि उनके खिलाफ दायर कराए गए मानहानि के मामले, उन्हें चुप कराने के लिए बेताब उनके राजनीतिक विरोधियों का एक प्रयास है।
आपराधिक मानहानि के मामले में यहां मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश हुए राहुल गांधी ने ट्वीट कर यह आरोप लगाया। यह मामला राहुल की टिप्पणी, ‘सभी चोरों का उपनाम ‘मोदी’ क्यों होता है’ से जुड़ा हुआ है. उन्होंने इस मामले में खुद को निर्दोष बताया।
राहुल ने ट्वीट किया, ‘मेरा मुंह बंद कराने के लिए व्याकुल, मेरे राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों द्वारा दर्ज मानहानि के एक मामले में पेश होने के लिए मैं आज सूरत में हूं। मेरे साथ एकजुटता दिखाने के लिए यहां जमा हुए कांग्रेस कार्यकर्ताओं के प्यार व सहयोग के लिए मैं उनका आभारी हूं।’
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट बीएच कपाड़िया की अदालत में पेश हुए। पश्चिम सूरत से बीजेपी विधायक पूर्णेश मोदी द्वारा लगाए गए आरोपों को वह स्वीकार करते हैं या नहीं, यह पूछे जाने पर उन्होंने खुद को निर्दोष बताया।
लोकसभा चुनाव के दौरान कर्नाटक में 13 अप्रैल को कोलार में अपनी एक प्रचार रैली में राहुल ने कहा था ‘नीरव मोदी, ललित मोदी, नरेंद्र मोदी…. आखिर इन सभी का उपनाम मोदी क्यों है? सभी चोरों का उपनाम मोदी क्यों होता है?’ इस मामले में शिकायत में पूर्णेश मोदी ने कहा था कि कांग्रेस नेता ने अपनी इस टिप्पणी से पूरे मोदी समुदाय की मानहानि की है।