न्यूज़ डेस्क
जम्मू कश्मीर में आर्टिकल 370 हटने के 20 दिन बाद राहुल गांधी आज पहली बार दौरे पर जाएंगे। उनके साथ विपक्ष के 11 नेता भी मौजूद रहेंगे। राहुल के साथ विपक्ष के जो नेता जम्मू कश्मीर के दौरे पर होंगे उनमे कांग्रेस के ग़ुलाम नबी आज़ाद, केसी वेणुगोपाल, आनंद शर्मा, लेफ़्ट के सीताराम येचुरी, डी राजा, डीएमके के तिरुची शिवा, टीएमसी के दिनेश त्रिवेदी, एनसीपी के माजिद मेमन, आरजेडी के मनोज झा और जेडीएस के उपेंद्र रेड्डी भी होंगे। इसके साथ ही शरद यादव भी शामिल हैं।
बता दें कि घटी में अनुच्छेद 370 ख़त्म होने के बाद राहुलगांधी और राज्यपाल सत्यपाल मालिक के बीच ट्वीटर वार शुरू हो गयी थी। सबसे पहले राहुल गांधी ने ट्वीट कर जम्मू-कश्मीर की स्थिति पर सवाल उठाए थे। उनहोंने ट्वीट कर लिखा था कि कश्मीर के विभिन्न हिस्सों से हिंसा की खबरें आ रही हैं। प्रधानमंत्री को शांति और निष्पक्षता के साथ मामले को देखना चाहिए।
उनके इस ट्वीट पर जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा था, ‘मैं राहुल गांधी जी को कश्मीर आने का निमंत्रण देता हूं। मैं उनके लिए एयरक्राफ्ट का भी इंतजाम करूंगा ताकि वह यहां आकर हकीकत जान सकें।’ इसके बाद राहुल गांधी ने भी ट्वीट कर राज्यपाल के आमंत्रण को स्वीकार किया था।
उन्होंने ट्वीट किया था, ‘प्रिय मलिक जी, मैं जम्मू-कश्मीर और लद्दाख आने के आपके न्योते को स्वीकार करता हूं। हमें एयरक्राफ्ट की जरूरत नहीं है बस वहां के नेताओं और जवानों से मिलने दिया जाए।’
इससे पहले कांग्रेस के नेता गुलाम नबी आज़ाद भी श्रीनगर गए थे लेकिन उन्हें एयरपोर्ट से वापस भेज दिया गया था। इस बीच जम्मू-कश्मीर प्रशासन का बयान आया है जिसमें कहा गया है कि विपक्षी नेता कश्मीर न आएं और सहयोग करें। प्रशासन ने ट्वीट किया है कि नेताओं के दौरे से असुविधा होगी। साथ ही उन प्रतिबंधों का भी उल्लंघन होगा जो अभी तक कई क्षेत्रों में लगे हुए हैं।