न्यूज डेस्क
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 निष्प्रभावी किए एक सप्ताह हो गए लेकिन विपक्षी दलों का विरोध जस का तस बना हुआ है। वहांं के हालात को लेकर तरह-तरह की खबरें सोशल मीडिया पर तैर रही है, लेकिन जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल पूरे मामले पर बखूबी स्टैंड लिए हुए हैं। सोमवार को राज्यपाल ने राहुल गांधी को कश्मीर के हालात का जायजा लेने के लिए आमंत्रित किया था साथ ही विमान भेजने की भी बात कही थी। उसके जवाब में आज राहुल गांधी ने बिना किसी शर्त के जम्मू-कश्मीर आने के आतंत्रण को स्वीकार कर लिया है।
राहुल गांधी ने आज ट्वीट कर कहा, ‘डियर मलिक जी, मैं बिना किसी शर्त के जम्मू कश्मीर आने और लोगों से मिलने के आपके आमंत्रण को स्वीकार करता हूं। मैं कब आ सकता हूं?’
Dear Maalik ji,
I saw your feeble reply to my tweet.
I accept your invitation to visit Jammu & Kashmir and meet the people, with no conditions attached.
When can I come?
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 14, 2019
मालूम हो 10 अगस्त को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने जम्मू-कश्मीर के हालात पर ‘गंभीर चिंता’ जताते हुए कहा था कि सरकार और पीएम नरेंद्र मोदी पारदर्शिता के साथ राज्य की स्थिति से देश की जनता को अवगत कराएं। राहुल ने कहा था कि ‘राज्य में लोग मर रहे हैं और स्थिति सामान्य नहीं है जैसा कि सरकार दावा कर रही है।’
राहुल के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए राज्यपाल मलिक ने 12 अगस्त को कहा था कि वह राहुल गांधी को घाटी का दौरा करने और जमीनी हकीकत जानने के लिए एक विमान भेजेंगे।
राहुल ने भी मलिक के राज्य की यात्रा पर आने संबंधी आमंत्रण को 13 अगस्त को स्वीकार कर लिया लेकिन उन्होंने कहा कि उन्हें विमान की जरूरत नहीं है।
गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा था, ‘प्रिय राज्यपाल मलिक, विपक्षी नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल और मैं जम्मू कश्मीर तथा लद्दाख की यात्रा के आपके गरिमामय न्योते को स्वीकार करते हैं। हमें विमान की जरूरत नहीं है लेकिन कृपा कर यह सुनिश्चित करें कि हमें वहां पर लोगों तक, मुख्यधारा के नेताओं तक और वहां तैनात हमारे जवानों तक जाने तथा उनसे मुलाकात करने की छूट हो।’
राहुल के इस ट्वीट की राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की आलोचना की और आरोप लगाया कि गांधी विपक्षी नेताओं का प्रतिनिधिमंडल लाने की बात करके अशांति पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं।
Dear Governor Malik,
A delegation of opposition leaders & I will take you up on your gracious invitation to visit J&K and Ladakh.
We won’t need an aircraft but please ensure us the freedom to travel & meet the people, mainstream leaders and our soldiers stationed over there. https://t.co/9VjQUmgu8u
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 13, 2019
राज्यपाल के बयान के अनुसार गांधी ने यात्रा के लिए कई शर्तें रखी थीं जिनमें हिरासत में बंद मुख्यधारा के नेताओं से मुलाकात भी शामिल है।
सत्यपाल मलिक ने कहा कि उन्होंने कांग्रेस नेता को कभी भी इतनी पूर्व शर्तों के साथ आमंत्रित नहीं किया था। उन्होंने आगे मामले के अध्ययन के लिए इसे स्थानीय पुलिस और प्रशासन को भेजा है।
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उन्होंने बयान में कहा, ‘राहुल गांधी और अशांति फैलाने तथा आम आदमी के लिए समस्याएं पैदा करने के लिए विपक्षी नेताओं के प्रतिनिधिमंडल को लाने की मांग करके मामले का राजनीतिकरण कर रहे हैं।’
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