जुबिली स्पेशल डेस्क
इस समय पूरी दुनिया की नजर रूस पर है। दरअसल रूस और यूक्रेन में जंग जैसे हालात तब और पैदा हो गए जब लुहांस्क-डोनेस्टक को पुतिन ने स्वतंत्र देश घोषित कर दिया है।
इतना ही नहीं पुतिन ने मॉस्को समर्थित क्षेत्रों की स्वतंत्रता को मान्यता देने वाले फरमानों पर हस्ताक्षर करने के कुछ ही घंटों बाद पूर्वी यूक्रेन के अलगाववादियों के कब्जे वाले हिस्सों में सैनिकों को भेजने का फरमान जारी कर दिया है।
फरमानों ने उन्हें स्वतंत्र राज्यों के रूप में मान्यता दी और रूसी सैनिकों के साथ उनकी सुरक्षा की गारंटी दी। फरमानों में कहा गया है कि रूसी तथाकथित शांति सेना को क्षेत्रों में तैनात किया जाएगा।
ऐसे में अब कहा जा रहा है कि जंग की तैयारी है। माना जा रहा है कि रूस अब किसीभी वक्त यूक्रेन पर हमला कर सकता है। रूस के रक्षा मंत्री क्रेमलिन ने इसे शांति व्यवस्था मिशन का नाम दिया है, लेकिन अमेरिका सहित कई अन्य देशों ने यूक्रेन पर हमले की आशंका जताई है।
मीडिया रिपोट्र्स की माने तो अब कई अमेरिकी और पश्चिमी अधिकारियों को लगता है कि रूस अब यूक्रेन के खिलाफ एक बड़े सैन्य अभियान की शुरुआत हो सकती है। वहीं सोमवार की रात को पुतिन जो भाषण दिया उससे ये तय लग रहा था कि रूस यूक्रेन के खिलाफ कोई बड़ा कदम उठाने वाला है। उन्होंने पश्चिम के साथ कीव के बढ़ते सुरक्षा संबंधों की आलोचना की।
यह भी पढ़ें : …तो अखिलेश ने शिवपाल सिंह यादव को इसलिए बनाया स्टार प्रचारक
यह भी पढ़ें : पांचवें चरण के चुनाव में सभी दलों ने जताया आपराधिक छवि के लोगों पर भरोसा
यह भी पढ़ें : झारखंड सरकार की इस लिकर पालिसी से होगा राज्य के राजस्व का बड़ा नुक्सान
यह भी पढ़ें : डंके की चोट पर : यह सुबह-सुबह की बात है
यह भी पढ़ें : मैं अपना वोट तो बीजेपी को ही दूंगा