जुबिली न्यूज़ डेस्क
पंजाब में जहरीली शराब पीने से मरने वालों का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है। अब तक जहरीली शराब से 86 लोगों की मौत हो चुकी है। फ़िलहाल प्रशासन ने इस मामलें में कार्रवाई शुरू हो कर दी है। पुलिस ने 3 जिलों में नकली शराब के करीब 100 ठिकानों पर छापेमारी कर 25 लोगों को गिरफ्तार किया है।
इसके अलावा पंजाब सरकार ने तरन तारन के एक्साइज विभाग के अधिकारी मधुर भाटिया को अपनी ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोप में सेवा से डिस्मिस कर दिया है।यही नहीं अब तक एक्साइज विभाग के 7 अधिकारी और 6 पुलिसकर्मी को सस्पेंड किया जा चुका है।
इस मामलें में इससे पहले तरन तारन के एसएसपी ने 2 थाना प्रभारी और 1 डीएसपी को पहले ही सस्पेंड किया जा चुका था। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि इन अधिकारियों के नशे के सौदागरों के साथ क्या लिंक हैं?
पंजाब सरकार ने दी दो लाख आर्थिक सहायता
बता दें कि पंजाब के 3 जिले जहरीली शराब पीने के कारण प्रभावित रहे हैं। इसमें सबसे ज्यादा मौत तरन तारन जिले में हुई और यहां करीब 63 लोग मारे गए। जबकि अमृतसर में 12 और गुरदासपुर के बटाला में 9 लोगों की मौत हुई है। पंजाब सरकार ने जहरीली शराब से मरने वालों के परिजनों को 2-2 लाख की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है।
केजरीवाल बोले हो सीबीआई जांच
इस बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर इस घटना पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि अवैध शराब के कारण पंजाब में जान-माल के नुकसान से दुखी हूं।ऐसे माफियाओं पर अंकुश लगाने के लिए राज्य सरकार को तुरंत आवश्यक कदम उठाने चाहिए।
मामले की तुरंत सीबीआई जांच करानी चाहिए क्योंकि पिछले कुछ महीनों से अवैध शराब के मामलों में से स्थानीय पुलिस की ओर से किसी तरह का कोई समाधान नहीं किया गया है।
सरकार ने बनाई एसआईटी
वहीं इस मामलें में पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने जांच के आदेश दिए हैं। इसके लिए उन्होंने एसआईटी टीम भी गठित की है, जोकि पूरे मामले की जांच करेगी। पंजाब सरकार का दावा है कि जहरीली शराब बनाने और सप्लाई करने वाले दोषियों को जल्द ही गिरफ्त में ले लिया जाएगा।
जबकि इस मामलें में पंजाब के बॉर्डर रेंज के डीआईजी हरदयाल सिंह मान ने दावा किया कि जल्द ही आरोपी सलाखों के पीछे होंगे। पुलिस मामले की जांच कर रही है। फरार आरोपियों को पकड़ने के लिए लगातार इलाकों में छापेमारी की जा रही है।