- पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 117 सीटों में से 77 सीटों पर जीत हासिल की थी
जुबिली स्पेशल डेस्क
पंजाब में कांग्रेस की मुश्किलेें कम होने का नाम नहीं ले रही है। कांग्रेस ने वहां के हालात बेहतर करने के लिए पूरा जोर लगा दिया है लेकिन अब तक वहां पर चली आ रही रार खत्म होने का नाम नहीं ले रही है।
पहले कैप्टन अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच रार देखने को मिली। दोनों नेताओं के बीच लम्बी लड़ाई देखने को मिली। हालांकि नवजोत सिंह सिद्धू के सख्त तेवर की वजह से कैप्टन को अपनी कुर्सी तक छोडऩी पड़ी
इतना ही नहीं कैप्टन की नाराजगी के बावजूद नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब कांग्रेस का अध्यक्ष बना दिया गया। इसके बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस पार्टी छोड़ अपनी नई पार्टी बनाकर कांग्रेस के लिए नई परेशानी पैदा कर दी है जबकि नवजोत सिंह सिद्धू के तेवर अब भी कड़े नजर आ रहे हैं।
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ऐसे में पार्टी ने अब पंजाब कांग्रेस को लेकर बड़ा कदम उठाया है। दरअसल पंजाब में होने वाले विधान सभा चुनाव को देखते हुए कांग्रेस पार्टी ने जीत सुनिश्चित करने को फिर से प्रशांत किशोर को जोडऩे की तैयारी कर डाली है। इस बात का खुलासा चरणजीत सिंह चन्नी ने एक न्यूज चैनल पर किया है। उन्होंने चैनल से बातचीत में कहा कि आलाकमान ने उन्हें प्रशांत किशोर से चुनावी रणनीति साझा करने को कहा है।
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अब यह देखना होगा कि प्रशांत किशोर क्या फिर कांग्रेस को फिर से वहीं कामयाबी दिलाते हैं जो उन्होंने पहले दिलायी थी। इसके साथ ही प्रशांत किशोर ने कुछ महीने पहले बड़ा ऐलान किया था और कहा था कि अब वो चुनावी रणनीतिकार नहीं बनेगे लेकिन अब वो पंजाब में चुनावी रणनीतिकार बनकर फिर से वापसी करेंगे।
साल 2017 के विधानसभा चुनाव में प्रशांत किशोर ही कांग्रेस की जीत में अहम रोल अदा किया था और चुनावी रणनीति बनाते हुए कांग्रेस को सत्ता तक पहुंचाया था।
2017 के विधानसभा चुनाव में 117 में से 78 सीटें जीतकर कांग्रेस ने 10 साल बाद पंजाब की सत्ता में वापसी की थी लेकिन अब वहां के हालात एक इसके उलट है और ऐसे में अब देखना होगा कि क्या चन्नी इस बार करिश्मा कर पाते हैं या नहीं।
प्रशांत किशोर की टीम ‘आई-पैक’ ने पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और तमिलनाडु में डीएमके के चुनाव प्रचार की योजना का काम संभाल थी।
प्रशांत किशोर इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, आंध्र प्रदेश के सीएम जगनमोहन रेड्डी के लिए भी चुनाव जिताने में अहम भूमिका निभा चुके हैं।