जुबिली न्यूज़ डेस्क
मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण तेजी से फ़ैल रहा है। हालत ये हैं कि पिछले एक महीने में यहां संक्रमण दर 3 फीसद से लगातार बढ़कर 11 फीसद पर पहुंच गई है। इस बीच प्रदेश के आयुष (स्वतंत्र प्रभार) राज्य मंत्री रामकिशोर कावरे ने कहा है कि आयुष विभाग की ओर से कोरोना की रोकथाम के लिये जन-जागरण अभियान शुरू किया जाये।
इसमें विभागीय अमला लोगों को जागरूक करे और आयुष पद्धति के उपयोग को समझाये। कावरे मंत्रालय में आयुष विभाग की गतिविधियों की समीक्षा कर रहे थे। इस अवसर पर प्रमुख सचिव करलिन खोंगवार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
कावरे ने कहा कि कार्यालय औषधि नियंत्रक (आयुष) को अलग से व्यवस्थित करने की जरूरत है, उसे नया स्वरूप दिया जाये। उन्होंने कहा कि औषधि निर्माणकर्ता फर्मों की जिम्मेदारी है कि वे हर महिने की जानकारी दें। ड्रग इंस्पेक्टर को अधिकार दिये जायें ताकि दो साल से जानकारी नहीं देने वाली फर्मों को उनके द्वारा नोटिस दिया जाये। राज्य मंत्री ने कहा कि हर तीन माह में प्रतिवेदन आवश्यक रूप से प्रस्तुत किया जाये।
राज्य मंत्री ने निर्देश दिये कि जो लायसेंसधारी मानक के मापदण्ड में नहीं आते हैं, उन पर कार्यवाही की जाये। अगले 15 दिन मे व्यवस्थाएँ दुरूस्त करें। वे स्वयं पुन: इसकी समीक्षा करेंगे। उन्होंने कहा कि हेल्थ एण्ड वेलनेस सेन्टर की जिला आयुष अधिकारी अगले 15 दिन में निरीक्षण कर प्रतिवेदन के साथ फोटो भेजें। उन्होंने सेन्टर पर डॉक्टर और योग टीचर्स की व्यवस्था पर भी चर्चा की।
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उन्होंने कहा कि योग करने के लिये भी लोगों को जागरूक किया जाये। कोरोना को बढ़ने से रोकने में योग सहायक सिद्ध होगा। खासतौर पर 50 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्ति और बीमारों को इससे जोड़ा जाये। कोरोना की रोकथाम के लिये महाविद्यालय और आयुष ग्राम में भी जागरूकता लाई जाये।