जुबिली न्यूज डेस्क
भारत और चीन के बीच लद्दाख स्थित एलएसी पर अब भी तनाव है। यह तनाव पिछले तीन माह से बना हुआ है। सैन्य और राजनयिक स्तर की वार्ताओं के बावजूद भी चीन अपनी हठधर्मिता पर अड़ा हुआ है। चीन पीछे हटने को तैयार नहीं है जिसकी वजह से भारत सरकार उसे दूसरे तरीके से चोट पहुंचाने की कोशिश कर रही है।
एशिया के इन दो बड़े देशों में जारी सीमा विवाद के बीच पिछले महीने ही भारत सरकार ने चीन के 59 ऐप पर प्रतिबंध लगा दिया था। चीन की हठधर्मिता देख भारत अब इस दिशा और आगे बढऩे जा रहा है।
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भारत ने 275 चीनी ऐप की लिस्ट बनाई है, जिनकी जांच की जाएगी कि कहीं वो राष्ट्रीय सुरक्षा या लोगों की निजता का उल्लंघन तो नहीं कर रहे। मामले से परिचित लोगों के अनुसार, संभावना है कि और भी कई चीनी इंटरनेट कंपनियां देश में बैन हो सकती हैं।
इकॉनोमिक टाइम्स अखबार के मुताबिक अखबार ने नई लिस्ट देखी है, जिसमें लोकप्रिय गेमिंग ऐप – पबजी, शाओमी का जिली, अलीबाबा का अलीएक्सप्रेस के अलावा रेसो और टिकटॉक की मालिकाना कंपनी बाइटडांस का एक और ऐप – यूलाइक शामिल है।
जानकारों के मुताबिक, “केंद्र सरकार इन सभी ऐप को बैन कर सकती है, या हो सकता है कुछ को करे या किसी को ना करे।”
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हालांकि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस मामले पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है लेकिन आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि समीक्षा जारी है जिसका मकसद और चीनी ऐप्स की पहचान करना और उनकी फंडिग का पता लगना है।
एक अधिकारी के मुताबिक इनमें से कुछ ऐप्स की सुरक्षा कारणों को लेकर शिकायत आई है, वहीं कुछ के बारे में डेटा शेयरिंग करने और निजता की चिंता को लेकर आगाह किया गया है। फिलहाल केंद्र सरकार द्वारा उठाए जा रहे ये कदम चीन को सबक सिखाने के परिप्रेक्ष्य में देखा जा रहा है।