जुबिली न्यूज डेस्क
ग़ज़ा के अल अहली अस्पताल पर हमले के बाद वेस्ट बैंक के कई इलाकों में फ़लस्तीनी लोगों ने मंगलवार रात प्रदर्शन किया. फ़लस्तीनी प्रशासन के प्रमुख महमूद अब्बास के ख़िलाफ़ इन लोगों ने नारे लगाए. यहां प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए सुरक्षाबलों को आंसू गैस के गोले दागने पड़े.
लेबनान की राजधानी बेरूत में अमेरिकी दूतावास के बाहर लोग जमा हुए और आगजनी भी की. एक और समूह यहां फ्रांस के दूतावास के बाहर जमा हुआ और ऐसी ख़बर है कि इन्होंने पत्थरबाज़ी भी की. लेबनान के चरमपंथी संगठन हिज़बुल्लाह ने मुस्लिम और अरब से ‘तत्काल सड़कों पर आने’ का आह्वान किया है.
सैंकड़ों लोग लीबिया की राजधानी त्रिपोली और अन्य शहरों में फ़लस्तीनी झंडे के साथ नज़र आए और ग़ज़ा के लोगों के समर्थन में नारे भी लगाए. वहीं, ईरान के तेहरान में भी प्रदर्शनकारी ब्रिटिश और फ्रेंच दूतावास के बाहर जमा हुए. तुर्की और जॉर्डन में प्रदर्शन हुए हैं.
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन इसराइल के लिए रवाना
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन बुधवार को इसराइल के लिए रवाना हो गए हैं. उनकी यह यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब ग़ज़ा के एक अस्पताल पर हुए हमले में करीब 500 लोगों की मौत का दावा किया जा रहा है. इसराइल ने इस हमले में खुद की भूमिका होने से इनकार करते हुए कहा है कि ये हमला ‘फ़लस्तीनी इस्लामिक जिहाद’ के रॉकेट का परिणाम है. इस चरमपंथी संगठन ने भी इसकी ज़िम्मेदारी से इनकार किया है.
ग़ज़ा के स्वास्थ्य विभाग ने दावा किया है कि अल अहली अस्पताल पर इसराइल के हवाई हमले में क़रीब 500 लोगों की मौत हो गई है.इस बीच जॉर्डन ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, फ़लस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास और मिस्र के राष्ट्रपति अब्दुल फ़तेह अल सिसी के साथ होने वाली समिट रद्द कर दी है.
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अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकर जॉन किर्बी ने बताया है कि बाइडन सबसे पहले इसराइल के प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू से मिलेंगे.चरमपंथी संगठन हमास और हिज़बुल्लाह ने कहा है कि अस्पताल पर हमले के लिए इसराइल के साथ-साथ अमेरिका भी दोषी है.लेबनान की राजधानी बेरूत में प्रदर्शनकारियों ने मंगलवार रात अमेरिकी दूतावास के बाहर विरोध प्रदर्शन किया. इस बीच अमेरिका ने लेबनान की यात्रा करने वाले लोगों के लिए एडवाइज़री जारी की है. सुरक्षा का हवाला देते हुए कहा है कि वो यात्रा न करें.