न्यूज़ डेस्क
नागरिक संशोधन बिल को लेकर पूरे देश में विरोध प्रर्दशन हो रहा है। इसको लेकर गुरूवार को अलग अलग राज्यों में विपक्षी दलों ने उग्र प्रर्दशन किया है। उत्तर से लेकर दक्षिण तक लोग सड़कों पर उतर आए हैं। इसका विरोध प्रदर्शन का सबसे ज्यादा असर राजधानी दिल्ली में देखने को मिल रहा है। दिल्ली में अब तक 17 मेट्रो स्टेशनों को बंद कर दिया गया है। इसके साथ ही एयरटेल टेलिकॉम कंपनी ने अपना नेटवर्क भी बंद कर दिया है।
आइये तस्वीरों के जरिए देखें देश भर में हो रहे विरोध प्रदर्शन को –
पहली तस्वीर राजधानी दिल्ली की है जहां अभी तक 17 मेट्रो स्टेशनों को बंद कर दिया गया है। दिल्ली के लालकिले इलाके, नॉर्थ ईस्ट जिले में धारा 144 लगा दी गई है।
मोबाइल नेटवर्क कंपनी एयरटेल की तरफ से बयान आया है कि सरकार की तरफ से उन्हें आदेश दिया गया है कि दिल्ली के कुछ इलाकों में वॉइस, एसएमएस, इंटरनेट की सुविधा को बंद कर दिया गया है। कंपनी ने बताया है कि जब ये सस्पेंशन को हटा दिया जाएगा, तब सुविधा शुरू कर दी जाएगी।
दूसरी तस्वीर राजधानी लखनऊ की है जहां नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ प्रदर्शन को देखते हुए मेट्रो को बंद किया गया है। परिवर्तन चौक से लेकर केडी सिंह बाबू मेट्रो स्टेशन तक शाम पांच बजे तक बंद रहेगी।
समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के नेता प्रदर्शन कर रहे हैं। विधानसभा में सदन सुरू होने से पहले कांग्रेस और एसपी के विधायकों ने विधानसभा के बाहर सड़क पर प्रदर्शन किया।
तीसरी तस्वीर बिहार के दरभंगा की हैं जहां नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों ने ट्रेनें रोक दी। इसमें लेेफ्ट पार्टियों के कार्यकर्ता भी शामिल थे। विपक्षी दलों ने बिहार बंद का ऐलान किया है। इस बंद में वाम दल और कांग्रेस शामिल है।
चौथी तस्वीर बेंगलुरु की हैं जहां नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे इतिहासकार रामचंद्र गुहा को हिरासत में ले लिया गया है। इसी के मद्देनज़र पुलिस कड़ी कर दी गई है। कर्नाटक सीएम बीएस. येदियुरप्पा ने सीनियर अधिकारियों के साथ बैठक की है।
वहीं कर्नाटक में भी नागरिकता संशोधन बिल के विरोध में लोग सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं। यहां के कुलबर्गी क्षेत्र में प्रदर्शन करने वाले 20 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया गया है।
इसके अलावा चंडीगढ़ में CAA और NRC के खिलाफ सेक्टर 20 की जामा मस्जिद के पास इकट्ठा हुए मुस्लिम समुदाय के लोगों ने ऐन वक्त पर अपना प्रोटेस्ट मार्च टाल दिया है। अब सिर्फ मुस्लिम संगठनों से जुड़े कुछ नुमाइंदे जाकर पंजाब के राज्यपाल जोकि चंडीगढ़ के प्रशासक भी हैं उनको एक ज्ञापन सौंपेंगे।