न्यूज़ डेस्क
लखनऊ। संशोधित नागरिकता कानून (CAA) और राष्ट्रीय नागरिकता पंजी (NRC) के विरोध में पुराने लखनऊ में महिलाओं का प्रदर्शन कड़ाके की ठंड के बावजूद आज रविवार को तीसरे दिन भी जारी है।
शुक्रवार देर शाम से बड़ी संख्या में महिलाएं दिल्ली के शाहीन बाग की तर्ज पर पुराने लखनऊ स्थित घंटाघर के सामने प्रदर्शन कर रही हैं, उनके साथ बच्चे भी हैं। धरना दे रही महिलाओं ने आरोप लगाया कि काफी सर्दी होने के बावजूद पुलिस ने देर रात उनके कंबल छीन लिये।
ये भी पढ़े: DJ की आवाज सुनकर बिदका घोड़ा, दूल्हे संग बारातियों की हुई ऐसी हालत
हालांकि पुलिस ने एक बयान जारी कर इस पर सफाई दी है। पुलिस का कहना है कि कुछ सामाजिक संगठन इन महिलाओं को कंबल दे रहे थे तभी बड़ी संख्या में अन्य लोग जो इस धरने में शामिल नहीं थे, वे भी कंबल लेने के लिए वहां पहुंच गए।
ये भी पढ़े: प्लेटफॉर्म पर लगीं साइन बोर्ड्स से उर्दू भाषा की होगी विदाई
घंटाघरपार्क में #अवैध_धरना_प्रदर्शन के दौरान
कुछसंगठनों द्वारा कम्बल वितरित कराया जारहा था जिससे आसपास केलोग जो धरनेमें सम्मिलित नहींथे वहभी कम्बललेने आरहे थे #पुलिस द्वारा कम्बल एवम् संगठन के व्यक्तियों को हटवाया गया व विधिक कार्यवाही कीगई |कृपया #अफवाह न फैलाएं @lkopolice pic.twitter.com/ovHoviiAA6— Vikas Chandra Tripathi (@vctcop) January 19, 2020
भीड़ और अफरातफरी को रोकने के लिए उन्होंने वहां से कंबल हटवाए हैं। बहरहाल प्रदर्शन कर रही महिलाओं का कहना है कि सरकार जब तक CAA और NRC को वापस नहीं लेती है तब तक वह अपना धरना समाप्त नहीं करेंगी।
महिलाओं के धरने को सामाजिक संगठनों और आम नागरिकों का भी समर्थन मिल रहा है। शनिवार रात सिख समुदाय के कुछ लोगों ने धरना स्थल पर पहुंचकर महिलाओं को खाने पीने का सामान दिया।
उन्होंने कहा कि सीएए के दायरे से जिस तरह से मुसलमानों को बाहर रखा गया वह देश की गंगा जमुनी तहजीब के खिलाफ है, लिहाजा वह इन महिलाओं का समर्थन करते हैं। हालात के मद्देनजर मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। महिलाओं ने शनिवार रात पुलिसकर्मियों को गुलाब के फूल भेंट कर अनूठे तरीके से प्रदर्शन किया।
ये भी पढ़े: साईं जन्म स्थल विवाद: शिरडी बंद होने से सड़कों पर सन्नाटा