अंकित प्रकाश
क्या आपने कभी सोचा है कि आपके शहर में अगर सैलानियों की भरमार लग जाये तो कैसा रहेगा? या ये सोचा है कि आपका मुहल्ला अचानक से पर्यटकों से भर जाये तो कैसा रहेगा? नहीं सोचा होगा, लेकिन ये जरूर सोचा होगा कि अगर आपके घर में जरुरत से ज्यादा मेहमान आ जायें तो कैसा रहेगा या आपकी गली में अगर कोई मेला लगेगा तो कैसा रहेगा।
अब आप इस मुद्दे को अपने आप से जोड़ के देख पा रहे हैं। यही मुद्दा इस समय वेनिस का है। यहां जरूरत से ज्यादा सैलानी आने लगे हैं।दुनिया भर के देश अपने निवासिओं की जरूरतों और पर्यटकों की जरूरतों में तालमेल बनाने के लिए प्रयासरत रहते हैं ताकि निवासी भी खुश रहें और सैलानी भी।
जब ये अनुपात बिगड़ता है, समस्याएं बढ़ती हैं। एयर-बी-एन-बी जैसी सुविधाओं के चलते कहीं घूमने जाने पर रहने की जगह ढूंढना एकदम से आसान और किफायती हो गया है। पहले के मुकाबले अनजान जगह पर घर जैसी जगह खोजना कितना आसान हो गया है, ये हम सब जानते हैं।
वहीं, दूसरे नजरिए से देखने पर यही सुविधाएं पर्यटन को आसान बनाने के कारण पर्यटक और निवासियों के अनुपात को बिगाड़ने की जिम्मेदार भी हैं। डाटा और सर्वे बताते हैं कि सामान्य घरों को अल्पकालिक निवास स्थान में बदल कर पैसा कमाने का तरीका घर के किरायों में वृद्धि और उपलब्ध खाली घरों की संख्या में कमी तो करता ही करता है साथ ही ये बस्ती और मुहल्ले जैसी व्यवस्थाओं को खत्म करता जा रहा है। एयर-बी-एन-बी जैसी सुविधाएं बढ़ रही हैं।
इन सुविधाओं के नकारात्मक असर को कम करने के लिए, एम्स्टर्डम, बर्लिन, बार्सिलोना और लंदन जैसे शहरों ने नए तरह के टैक्स लगाए हैं और एक सामान्य घर को अधिक से अधिक कितने दिनों तक किराए पर चढ़ाया जा सकता है, इससे संबंधित नियम बनाए हैं।
इस समस्या से सर्वाधिक ग्रस्त शहर इस समय वेनिस है। आंकड़ों के मुताबिक, यहां की जनसंख्या इस समय दशकों में निम्नतम स्तर पर है। यहां के राजनेता सैलानियों की भीड़ के बुरे नतीजों से निपटने के तरीके खोज रहे हैं।
सोलहवीं शतब्दी में वेनिस पानी के रास्ते होने वाले व्यापार का एक बड़ा केंद्र था और व्यापार के चलते यहां बहुत से विदेशी आए और कुछ बस भी गए। इन लोगों को रहने के लिए घर तो चाहिए ही थे. उस समय ये समस्या इतनी बड़ी नहीं थी। अब ये सिलसिला व्यापार के लिए नहीं बल्कि पर्यटन के लिए चल पड़ा है। विदेशियों का आना जाना बंद नहीं किया जा सकता है ये कोई उपाय भी नहीं है। फिर भी वेनिस ने कम से कम अवांछित लोगों जैसे बाहर से आने वाले भिखारियों और वैश्याओं पर रोक लगा दी है और कड़े कदम उठाए हैं। वेनिस, अपने पर्यटन से होने वाले फायदों को नकार भी नहीं सकता है, उसे ये एहसास है कि इस मुनाफे को बंद करना भी अपने ऊपर चोट करने जैसा ही है। लाइसेंस वाले घरों को सरकार का पूरा सहयोग प्राप्त है। कुल मिलाकर इस समस्या और मुनाफे को लेकर वेनिस इस समय असमंजस में है।
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