प्रमुख संवाददाता
लखनऊ. कानपुर के शेल्टर होम में 57 लड़कियों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद सात लड़कियों के गर्भवती पाए जाने के मामले को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने गंभीरता से लेते हुए प्रोबेशन अधिकारी अजीत कुमार को सस्पेंड कर दिया है.
सरकार ने माना है कि प्रोबेशन अधिकारी एक तरफ अपने कर्तव्य को ठीक तरह से निभाने में फेल हुए तो दूसरी तरफ सोशल मीडिया पर चल रही सूचनाओं का मुकाबला भी नहीं कर पाए.
उधर उत्तर प्रदेश कमीशन फॉर प्रोटेक्शन ऑफ़ चाइल्ड राइट्स ने प्रियंका गांधी की फेसबुक पोस्ट पर नोटिस जारी कर शुद्धिपत्र देने को कहा है. कमीशन ने कहा है कि अगर समय पर जवाब नहीं मिला तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जा सकती है.
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शेल्टर होम में नाबालिग लड़कियों के गर्भवती पाए जाने और 57 लड़कियों के कोरोना से संक्रमित हो जाने के मामले पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने उत्तर प्रदेश के चीफ सेक्रेटरी, डीजीपी से जवाब तलब किया था. यह मामला मीडिया की सुर्खियाँ बना था. लड़कियों के गर्भवती होने की बात का कानपुर के डीएम ने सिरे से नकार दिया था लेकिन दूसरे ही दिन एसएसपी ने पहले दिन दो लड़कियों के गर्भवती पाए जाने की रिपोर्ट को सही करते हुए बताया था कि दो नहीं बल्कि सात लड़कियां गर्भवती हैं. एसएसपी ने यह जानकारी भी दी थी कि 5 लड़कियां रेस्क्यू के समय ही गर्भवती थीं.