स्पेशल डेस्क
लखनऊ। यूपी की राजधानी लखनऊ में लगातार कानून का मजाक बनाया जा रहा है। रोचक बात यह है कि सूबेकी योगी सरकार विपक्ष को काबू में करने के लिए कानून को भी ताक पर रखने पर अमादा हो चुकी है। इसका ताजा उदाहरण तब देखने को मिला जब लखनऊ की सड़क पर शुक्रवार को एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने उत्सव रैली निकाली लेकिन इस दौरान खुलेआम कानून की धज्जियां उड़ायी गई है।
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दरअसल एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने बाइकों पर सवार थे लेकिन बिना हेलमेट के नजर आये। इस पूरे प्रकरण में लखनऊ पुलिस मौन नजर आ रही है और न ही किसी का चालान काटा गया है।
इसके आलावा धारा 144 लागू होने के बाद भी इस प्रकार की रैली निकाली गई है जो सरकार पर सवाल उठा रही है। इसके ठीक कुछ दिन पूर्व कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी लखनऊ की सड़क पर निकली थी तो उनको रोकने के लिए प्रशासन ने बेहद सख्त रूख अपनाया था।
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इतना ही नहीं प्रियंका गांधी के साथ धक्का-मुक्की तक की गई थी। हद तो तब हो गई थी जब प्रियंका गांधी दारापुरी से मिलने के लिए जा रही थी लेकिन पुलिस ने बीच में ही रोक लिया था और उन्हें पैदल जाने से भी रोका गया। इसके बाद प्रियंका गांधी ने स्कूटी से दारापुरी के घर जाने निर्णय लिया था लेकिन पुलिस ने इसका कड़ा विरोध करते हुए स्कूटी का चालान काट दिया था।
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स्कूटी का चालान 6100 रुपये काटा गया था। ऐसे में सवाल यह है कि प्रशासन ने एबीवीपी कार्यकर्ताओं को बगैर बिना हेलमेट और धारा 144 लागू होने के बावजूद इस रैली कैसे निकालने दी।
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