जुबिली न्यूज़ डेस्क
लखनऊ। 2022 में होने वाले चुनावों का समय जैसे-जैसे नजदीक आता जा रहा है, वैसे वैसे सभी पॉलिटिकल पार्टियां चुनावी रणनीति को धार देने में लगी हुई हैं। वोटरों को लुभाने के लिए कांग्रेस महासचिव और यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा भी कुछ कम प्रयास नहीं कर रही हैं।
10 दिनों के अंदर संगम नगरी में प्रियंका गांधी का दूसरा दौरा है। प्रियंका यमुनापार के बसवार गांव पहुंचकर नाविक समाज से मुलाकात की और उनकी पीड़ा सुनी।
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कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने बीजेपी का नाम लिए बिना निषाद समुदाय की एक जनसभा में कहा कि मौजूदा सरकार नदी और जंगल की बदौलत रोजी रोटी कमाने वालों की नहीं सुनती बल्कि पर्यावरण की अमूल्य संपदा को नुकसान पहुंचाने वाले खनन माफियाओं के लिए चलायी जा रही है।
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प्रियंका वाड्रा रविवार को यूपी के प्रयागराज के जिला मुख्यालय से करीब 15 किमी दूर यमुना तट पर स्थित घूरपुर के बसवार गांव में निषाद समुदाय के लोगों के बीच पहुंची जहां उन्हे पुलिस कार्रवाई के बारे में जानकारी दी गयी। कांग्रेस महासचिव ने निषादों को न्याय दिलाने का आश्वासन दिया और कहा कि आज योजनाएं खनन माफियाओं के लिए बनाई जा रही हैं। अलग- अलग माफियाओं के लिए कानून बनाए जा रहे हैं।
निषाद भाइयों की लड़ाई कौन लड़ेगा
प्रियंका गांधी, कांग्रेस पार्टी#निषादों_संग_प्रियंका_गांधी pic.twitter.com/qu3LWkx8xH— Ajay Kumar Lallu (@AjayLalluINC) February 21, 2021
उन्होंने कहा कि नये कृषि कानूनों से किसान का नुकसान हो रहा है और बड़े उद्योगपतियों का फायदा हो रहा है। इस तरह से जो कानून नदियों पर लागू है वो आपकी भलाई के लिए नहीं है, वो कानून उद्योगपतियों की भलाई के लिए है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस निषाद समुदाय के इस मुद्दे को न सिर्फ सदन में उठायेगी बल्कि पूरी तरह से उनकी लड़ाई लड़ेगी। इस मामले में न्यायपालिका में निषादों की पैरवी कांग्रेस के वरिष्ठ कपिल सिब्बल, सलमान खुर्शीद और अभिषेक सिंघवी करेंगे और उन्हे यथासंभव मदद करेंगे।
प्रियंका वाड्रा ने कहा कि जो पर्यावरण है, नदियां है, जंगल हैं, उनके आसपास रहने वाले लोग उनकी कमाई उसके जरिए से होती है उसकाे क्षति नहीं पहुंचाएंगे क्योंकि आपका जीवन उससे जुड़ा है। लेकिन बड़े-बड़े ठेकेदार नदी, जंगल से जुडा नहीं होता और जब वो कार्य करते है तो व्यापार करते है। उनको इससे कोई मतलब नहीं कि नदी या जंगल की हानि हो रही है।
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प्रियंका वाड्रा गांव से करीब दो किलोमीटर दूर कछार में पैदल ही घटना स्थल पर पहुंचकर क्षतिग्रस्त नौकाओं का मुआयना किया। प्रियंका ने कांग्रेस की एनडी तिवारी सरकार का उदाहरण देते हुए कहा कि पहले की सरकार नदी किनारे रहने वालों के हित में कानून बनाती थी। जो लोग नदी किनारे रहते हैं, उन्हें पता है कि नदी की भलाई किसमें है। पहले की सरकार आपके लिए काम करती थी।
आज की सरकार आपके लिए काम नहीं कर रही है। आज योजनाएं खनन माफिया के लिए बनाई जा रही हैं। अलग- अलग माफियाओं के लिए कानून बनाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसानों का आंदोलन चल रहा है। उनके मामलों को भी सरकार समझ नहीं रही है। अगर समझ रही है तो मदद नहीं कर रही है।
उन्होंने कहा कि बड़े- बड़े खरबपतियों के फायदे के लिए कानून बनाया जा रहा है। तीनों कृषि कानूनों से किसानों का कोई फायदा नहीं है। किसान विरोध कर रहे हैं लेकिन पूंजीपतियों के फायदे के लिए किसानों के खिलाफ कानून बनाया जा रहा है।
कांग्रेस महासचिव ने कहा आप के सहयोग से ये सरकार सत्ता में आई है लेकिन ये भूल गये है। जब नेता भूल जाता है कि उसे सत्ता किसने दी है तब वह भटकने लगता है। ये नहीं समझ रहे है कि इनकों बनाने वाले आप (निषाद)है। आप ने इनको सत्ता दी है। इनको आप के लिए काम करनी चाहिए। आप की समस्याओं को समझकर उन्हे सुलझाना चाहिए।
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उन्होंने कहा कांग्रेस की सरकार आयेगी तो सबसे पहले आपके जो अधिकार हैं, जनता के अधिकार हैं उनको मजबूत किया जाता है। आप लोगों को प्रताड़ित किया गया, आप की समस्याएं बढ़ रही है, उनको कम करना हमारा काम है। आप के पट्टे के अधिकार के लिए हम लडेंगे और उसे करवाएगें।
इस अवसर पर बसवार गांव में प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी, उत्तर प्रदेश कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता अराधना मिश्रा, प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू आदि उपस्थित थे।
गौरतलब है कि कथित बालू खनन को लेकर चार फरवरी को कुछ पुलिस टीम ने बसवार गांव के निषादों के करीब 18 नाव को तीन जेसीबी की मदद से तोड़ा था और विरोध करने पर महिला, पुरूषों और बच्चाे की पिटाई की किया था।
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