रश्मि शर्मा
पहले प्रदेश और अब जिले, प्रियंका गांधी पूरे घर के बदल डालने के अभियान पर हैं। मंगलवार को उत्तर प्रदेश में कांग्रेस ने 48 जिलों के जिलाध्यक्षों का नाम घोषित कर दिया है| साथ ही साथ पांच शहर कमेटियां भी घोषित हुई हैं| इस सूची में कांग्रेस में बरसों के जिलों की कमान संभाल रहे और आला नेताओं के सभी करीबीओं का पत्ता साफ कर दिया गया है। सूची में बलरामपुर जिले को छोड़कर कहीं भी पुराने अध्यक्ष को नही बरकरार रखा है। फिलहाल जिन जिलों में उपचुनाव है या कोई नाम तय नहीं हो पाया वहां को छोड़ दिया गया है।
मंगलवार को जारी सूची में झाँसी से भगवानदास कोरी, ललितपुर से बलवंत सिंह राजपूत, जालौन से अनुज मिश्रा, बांदा से राजेश दीक्षित, चित्रकूट से कुशल पटेल, हमीरपुर से नीलम निषाद, महोबा से तुलसीदास लोधी, कौशाम्बी से अरुण विधार्थी, फतेहपुर से अखिलेश पाण्डेय, अयोध्या से अखिलेश यादव, सुल्तानपुर से अभिषेक सिंह राणा, अमेठी से प्रदीप सिंघल, रायबरेली से पंकज तिवारी, आजमगढ़ से प्रवीण सिंह, मऊ से इंतेखाब, चंदौली से धर्मेन्द्र तिवारी, गाजीपुर से सुनील राम, जौनपुर से फैसल हसन, मिर्ज़ापुर से शिव कुमार पटेल, भदोही से राजनारायण यादव, सोनभद्र से रामराज गोंड, बस्ती से अंकुर वर्मा, संतकबीरनगर से प्रवीण चन्द्र पाण्डेय, सिद्धार्थनगर से क़ाज़ी सुहेल अहमद, गोरखपुर से निर्मला पासवान, कुशीनगर से राजकुमार सिंह, महाराजगंज से अवनीशपाल सिंह, देवरिया से धर्मेन्द्र सैन्थवार, मथुरा से दीपक चौधरी, कानपुर से उषारानी कोरी, औरैया से शिववीर दूबे, हाथरस से चन्द्रगुप्त विक्रमादित्य, फिरोजाबाद से संदीप तिवारी, श्रावस्ती से नशीम चौधरी, बलरामपुर से अनुज कुमार सिंह, पीलीभीत से हरप्रीत सिंह चब्बा, आगरा से श्रीमती मनोज दीक्षित, हरदोई से आशीष कुमार सिंह, मैनपुरी से वीनिता शाक्या, इटावा से मलखान सिंह यादव, कानपुर देहात से नरेश कटियार, एटा से एकेश लोधी, संभल से विजय शर्मा, बुलंदशहर से तुक्कीमल खटिक, कन्नौज से प्रमोद शाक्य, मुज़फ्फरनगर से हरेन्द्र त्यागी और गौतमबुध्दनगर से मनोज चौधरी का नाम जिलाध्यक्ष के बतौर घोषित हुआ है| साथ ही साथ 5 शहर कमेटियों के अध्यक्षों की भी घोषणा हुई है जिसमें गौतमबुध्दनगर से शहाबुद्दीन, मुज़फ्फरनगर से जुनैद रऊफ, बुलंदशहर से हुसैनअली, संभल से तौकीर अहमद का नाम शामिल है|
प्रियंका की सूची में जिला और शहर अध्यक्षों की औसत आयु 42 साल है। कांग्रेस जिला और शहर अध्यक्षों की उम्र में संतुलन बनाया गया है| एक तरफ नौजवानों को कमान मिली है तो दूसरी तरफ अनुभवशाली कार्यकर्ताओं को भी सम्मान मिला है|
जिला और शहर अध्यक्षों के जरिये कांग्रेस ने जातीय समीकरण को साधने की कोशिश की है| सूत्रों का कहना है कि जिले और मंडल के जातीय समीकरण को देखते हुए भी जिला और शहर अध्यक्षों का चयन किया गया है| जिला और शहर अध्यक्षों के कुल 53 नाम घोषित किये गये हैं, जिसमें 14 फीसदी दलित, 33 फीसदी पिछड़ी जातियों, 35 फीसदी सवर्ण और 18 फीसदी अल्पसंख्यक समुदाय को जिले की कमान सौंपी गयी है| अल्पसंख्यक समुदाय में ज्यादातर पासमांदा जातियों पर फोकस किया गया है| गौरतलब है कि कांग्रेस ने अपने प्रदेश कमेटी में एक समावेशी जातीय समीकरण को साधा था| जिला और शहर अध्यक्षों की सूची में भी यह फार्मूला साफ़-साफ़ दिखा है| जिले में महिलाओं को भी प्रमुखता से जगह मिली है, उनकी भागीदारी लगभग 10 फीसदी है|
कांग्रेस ने जिले और शहरों की कमान अपने मजबूत जमीनी और संघर्षशील कार्यकर्ताओं को सौंपी है| सूत्रों का कहना है कि पिछले लगभग चार महीने से कांग्रेस के छह राष्ट्रीय सचिव व महासचिव प्रियंका गाँधी की टीम जिले-जिले जाकर संभावित अध्यक्षों की सूची तैयार की और उसके बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी ने उनका साक्षात्कार लिया| जिसके बाद यह नाम घोषित हुए हैं|