न्यूज डेस्क
सीएए और एनआरसी को लेकर पिछले साल दिसंबर में जामिया मिलिया इस्लामिया में हुई बर्बरता का अब एक वीडियो सामने आया है। इस वीडियो को जामिया कॉर्डिनेशन कमेटी की ओर से जारी किया गया है। इस वीडियो में आप देख सकते हैं कि कैसे सुरक्षाबल लाइब्रेरी में मौजूद छात्रों पर डंडे बरसा रहे हैं।
वीडियो के वायरल होने के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने गृह मंत्रालय पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि देखिए कैसे दिल्ली पुलिस पढ़ने वाले छात्रों को अंधाधुंध पीट रही है। एक लड़का किताब दिखा रहा है लेकिन पुलिस वाला उनपर लाठियां चलाए जा रहा है।
..इस वीडियो को देखने के बाद जामिया में हुई हिंसा को लेकर अगर किसी पर एक्शन नहीं लिया जाता तो सरकर की नीयत पूरी तरह से देश के सामने आ जाएगी। 2/2
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) February 16, 2020
इस मामले में गृह मंत्री और दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने झूठ बोला कि उन्होंने लाइब्रेरी में घुस कर किसी को नहीं पीटा। यही नहीं उन्होंने दूसरे ट्वीट में लिखा कि इस वीडियो को देखने के बाद जामिया में हुई हिंसा को लेकर अगर किसी पर एक्शन नहीं लिया जाता तो सरकर की नीयत पूरी तरह से देश के सामने आ जाएगी।
क्या था मामला
इससे पहले इस वीडियो को जारी करते हुए कॉर्डिनेशन कमेटी ने इस बात का दावा किया कि 15 दिसंबर को जब नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ आंदोलन हुआ तो उस दौरान पुलिस ने जामिया के अंदर पढ़ रहे छात्रों पर लाठियां बरसाईं। इसका विडियो जारी किया गया है उसमें छात्र लाइब्रेरी में पढ़ते नजर आ रहे हैं, तभी पुलिस वहां आकर पिटाई शुरू कर देती है। छात्रों के हाथों में किताबें भी नजर आ रही हैं।
हालांकि इस कॉर्डिनेशन कमेटी का जामिया मिलिया इस्लामिया का कोई ताल्लुक नहीं है।यह कमेटी नागरिकता संशोधन कानून(सीएए) और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर के खिलाफ जारी आंदोलनों को लीड कर रही है। इस कॉर्डिनेशन कमेटी में जामिया के कई पूर्व छात्र भी शामिल हैं।
क्या कह रही है पुलिस
वहीं, दिल्ली पुलिस का कहना है कि इस वीडियो में कुछ नकाबपोश लोग दिखाई दे रहे हैं। इस वीडियो को जामिया कॉर्डिनेशन कमेटी ने बीते दिन ही वायरल किया है। पुलिस का यह भी कहना है कि क्राइम ब्रांच को पहले ही जांच सौंप दी गई थी। इन सभी वीडियो की जांच की जाएगी।