न्यूज डेस्क
उत्तर प्रदेश में कांग्रेस अपनी सियासी जमीन मजूबत करने के लिए लगातार अलग-अलग दांव चल रही है। कांग्रेस ने अपनी रणनीति की फेहरिस्त में किसानों को भी रखा है और अन्नदाताओं को वोटबैंक में तब्दील करने की जुगत का नाम ‘किसान जनजागरण अभियान’ दिया है।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी 15 मार्च को सहारनपुर में किसान जनजागरण अभियान के तहत रैली करने वाली हैं। इसके लिए यूपी कांग्रेस की टीम ‘ग्राउंड वर्क’ पर जुटी हुई है।
यूपी कांग्रेस चीफ अजय कुमार लल्लू की माने तो, “आज किसान दुखी है, हताश है, रोज आत्महत्या करने को मजबूर है। ओलावृष्टि से फसल का जो भी नुकसान हुआ है उसका मुआवजा बिना देरी किए हुए किसानों को उपलब्ध कराया जाए ताकि अन्नदाताओं को राहत मिल सके।”
यूपी के कई हिस्सों में गुरुवार को ओलावृष्टि हुई, जिसकी वजह से किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचा। सरकार से किसानों के लिए मुआवजे की मांग करते हुए उत्तर प्रदेश कांग्रेस चीफ अजय कुमार लल्लू ने हमदर्दी का मरहम अन्नदाताओं के बीच रख दिया। हालांकि, प्रदेश की योगी सरकार ने कांग्रेस के इस दांव के दूरगामी परिणामों को देखते हुए तुरंत ऐलान किया कि अधिकारियों को नुकसान के आकलन और उसका उचित मुआवजा किसानों को दिलाने के निर्देश दिए गए हैं।
कांग्रेस से जुड़े सूत्रों का कहना है कि किसान जनजागरण अभियान के तहत 2 करोड़ 72 लाख लोगों से संवाद करने का लक्ष्य रखा गया है। इसका करीब एक तिहाई से अधिक हिस्सा कांग्रेस ने पूरा भी कर लिया है। इस अभियान के तहत करीब 55 लाख किसान परिवारों से संपर्क किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश कांग्रेस के 25 हजार कार्यकर्ता गांव-गांव पहुंचकर किसानों से संपर्क करने के साथ ही किसान मांग पत्र भी भरवा रहे हैं।
कांग्रेस के सूत्र ने कहा, ‘यूपी की सियासत अब बदल रही है। खेतों में फसलों के साथ किसानों का सरकार के प्रति गुस्सा भी पकता जा रहा है। प्रदेश में किसानों को हाशिए पर धकेल दिया गया। राजनीतिक मुद्दों पर नजर रखने वालों का मानना है कि यूपीए सरकार में किसानों की कर्जमाफी योजना कांग्रेस के लिए बहुत मुफीद रही है।’