जुबली न्यूज़ डेस्क
डीएम प्रभु एन सिंह ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को झूठी खबर ट्वीट करने को लेकर नोटिस भेजकर जवाब तलब किया है।
जिलाधिकारी की नोटिस में कहा गया है कि प्रियंका गांधी के गलत ट्वीट करने से लोगों में भ्रम फैला है और कोरोना योद्धाओं के मनोबल को ठेस पहुंची है। जिलाधिकारी ने 24 घंटे के भीतर प्रियंका गांधी से असत्य खबर के खंडन की मांग भी की है।
बता दें कि, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने सोमवार को एक खबर को ट्वीट करते हुए योगी सरकार पर हमला किया था। उन्होंने ट्वीट में लिखा था, ‘आगरा में 48 घंटे में भर्ती हुए 28 कोरोना मरीजों की मृत्यु हो गई। यूपी सरकार के लिए कितनी शर्म की बात है कि इसी मॉडल का झूठा प्रचार करके सच दबाने की कोशिश की गई। सरकार की नो टेस्ट-नो कोरोना पॉलिसी पर सवाल उठे थे, लेकिन सरकार ने उसका कोई जवाब नहीं दिया। अगर यूपी सरकार सच दबाकर कोरोना मामले में इसी तरह लगातार लापरवाही करती रही तो बहुत घातक होने वाला है।’
आगरा में 48 घंटे में भर्ती हुए 28 कोरोना मरीजों की मृत्यु हो गई।
यूपी सरकार के लिए कितनी शर्म की बात है कि इसी मॉडल का झूठा प्रचार करके सच दबाने की कोशिश की गई।
सरकार की नो टेस्ट=नो कोरोना पॉलिसी पर सवाल उठे थे लेकिन सरकार ने उसका कोई जवाब नहीं दिया..1/2https://t.co/7fik34LrHh
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) June 22, 2020
इसके बाद आगरा डीएम प्रभु एन सिंह ने ट्वीट कर जवाब दिया कि जिस मीडिया रिपोर्ट का हवाला दिया गया है वह गलत है। उन्होंने लिखा इस मीडिया रिपोर्ट में अब तक हुए कुल कोरोना पॉजिटिव मरीजों की मृत्यु के सम्बन्ध में डेथ ऑडिट का हवाला दिया गया है। पिछले 109 दिनों में आगरा में अबतक कुल 1136 केस एवं 79 मृत्यु हुयी है। “पिछले 48 घंटों में भर्ती हुए 28 कोरोना मरीजों की मृत्यु” की खबर असत्य है।
हालांकि, प्रियंका गांधी ने मंगलवार को फिर से ट्वीट कर मुख्यमंत्री से स्पष्टीकरण मांगा है। उन्होंने लिखा कि, आगरा में कोरोना से मृत्युदर दिल्ली व मुंबई से भी अधिक है। यहाँ कोरोना से मरीजों की मृत्यदर 6।8% है। यहाँ कोरोना से जान गंवाने वाले 79 मरीजों में से कुल 35% यानि 28 लोगों की मौत अस्पताल में भर्ती होने के 48 घण्टे के अंदर हुई है।
‘आगरा मॉडल’ का झूठ फैलाकर इन विषम परिस्थितियों में धकेलने के जिम्मेदार कौन हैं ?
मुख्यमंत्रीजी 48 घंटे के भीतर जनता को इसका स्पष्टीकरण दें और कोविड मरीजों की स्थिति और संख्या में की जा रही हेराफेरी पर जवाबदेही बनाएँ।
आगरा में कोरोना से मृत्युदर दिल्ली व मुंबई से भी अधिक है। यहाँ कोरोना से मरीजों की मृत्यदर 6.8% है। यहाँ कोरोना से जान गंवाने वाले 79 मरीजों में से कुल 35% यानि 28 लोगों की मौत अस्पताल में भर्ती होने के 48 घण्टे के अंदर हुई है।
‘आगरा मॉडल’ का झूठ फैलाकर इन विषम परिस्थितियों..1/2 pic.twitter.com/HUMx9LNU1q
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) June 23, 2020
वहीं आगरा जिलाधिकारी के नोटिस पर कांग्रेस की तीखी प्रतिक्रिया आई। कांग्रेस नेता अखिलेश प्रताप सिंह ने आरोप लगाया है कि सरकार के दबाव में प्रदेश की नौकरशाही काम कर रही है। जो भी सरकार के खिलाफ आवाज उठाता है, उसके खिलाफ नोटिस और केस दर्ज कर दिया जाता है। जबकि कांग्रेस के आरोपों पर बीजेपी प्रवक्ता डॉ चंद्रमोहन ने कहा कि कांग्रेस कोरोना महामारी के काल में योद्धाओं का मनोबल तोड़ने का काम कर रही है। झूठी ख़बरों से अफवाह फैलाने की कोशिश की जा रही है।
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