जुबिली न्यूज़ डेस्क
कर्मचारी भविष्य निधि (ईपीएफ) का पैसा डिफॉल्टर कंपनी डीएचएफएल में निवेश करने को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर निशाना साधा है और पूछा है कि यह कदम किसके हित को ध्यान में रखकर उठाया गया।
प्रियंका ने एक ट्वीट में कहा, उत्तर प्रदेश में बिजली विभाग के कर्मचारियों की जिंदगी भर की कमाई भाजपा सरकार में DHFL में निवेश करके फँसा दी। चुनाव के दौरान मुझे तमाम सरकारी कर्मचारियों ने मिलकर नई पेंशन स्कीम को लेकर अपनी चिंता बताई थी। आज उनके शक जायज़ साबित हो रहे हैं।
“उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार ने राज्य के विद्युत निगम के कर्मचारियों के भविष्य निधि का पैसा डीएचएफएल जैसी एक डिफॉल्टर कंपनी में निवेश किया।”
उन्होंने अपने दूसरे ट्वीट में लिखा कि, पैसा कर्मचारियों का और संदिग्ध जगह निवेश का फ़ैसला सरकार का। गुनाहगार कौन?
जिस व्यक्ति ने ईमानदारी से अपनी ज़िंदगी भर की कमाई आपके हाथों में भरोसे से डाली उसके लिए आपका क्या जवाब है? और कितने विभागों के कर्मचारियों की गाढ़ी कमाई ऐसी संदिग्ध कंपनियों में लगाई गई है?
एक और ट्वीट कर उन्होंने लिखा कि, छोटी मछलियों को पकड़कर ध्यान भटकाने से नहीं, असली गुनाहगारों को सामने लाना होगा।
क्या है मामला
बता दें कि मुंबई की विवादास्पद कंपनी दीवान हाउसिंग फाइनेंस कॉपोर्रेशन लिमिटेड (डीएचएफएल) के साथ कथित तौर पर उत्तर प्रदेश सरकार के करार के कारण लखनऊ में हड़कंप मचा हुआ है।
राज्य के स्वामित्व वाली उप्र विद्युत निगम लिमिटेड (यूपीपीसीएल) ने डीएचएफएल में कथित तौर पर अपने कर्मचारियों की निधि से 2,600 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया है, जिसे संदिग्ध निर्णय कहा जा रहा है।
अंडरवल्र्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के करीबी सहयोगी रहे मृत इकबाल मिर्ची की कंपनी के साथ संबंधों के लिए डीएचएफएल के प्रमोटरों से हाल ही में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पूछताछ की थी।
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