न्यूज़ डेस्क
यूपी की चर्चित सोनभद्र नरसंहार को लेकर धरने पर बैठी प्रियंका ने 26 घंटे बाद अपना धरना समाप्त कर दिया। प्रियंका ने सोनभद्र में मारे गये दस लोगों के परिवार से मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने कांग्रेस की तरफ से पीड़ित परिवारों को 10-10 लाख रुपये की सहायता देने का ऐलान किया। इसके बाद वो वाराणसी के लिए रवाना हो गई और वहां काशी विश्वनाथ और भैरव बाबा के दर्शन करने के बाद वो दिल्ली जाएंगी।
इस दौरान पीड़ित परिवारों की महिलाओं ने आकर मिर्जापुर स्थित चुनार गेस्ट हाउस में कांग्रेस महासचिव से मुलाकात की। पीड़ित महिलाओं से मिलकर प्रियंका गांधी कई बार भावुक दिखी। उन्होंने महिलाओं के गले मिलकर ढांढस बंधाया। हालांकि इस दौरान प्रियंका की आंखों से आंसू भी छलक आए।
Priyanka Gandhi Vadra,Congress:My objective has been served as I have met them (victim of Sonbhadra firing).I am still under detention, let’s see what the administration says. Congress party will give a compensation of Rs 10 lakh to the kin of the person who died in the incident. pic.twitter.com/4SUaPEVmsz
— ANI UP (@ANINewsUP) July 20, 2019
पीड़ितों से मुलाकात के बाद प्रियंका गांधी ने कहा, ‘मैं उनसे मिलीं और उनका हाल-चाल लिया। यहां आने का मेरा मकसद पूरा हो गया। कांग्रेस इस घटना में मारे गए लोगों के परिवार को 10-10 लाख की सहायता देगी।’
हालांकि, प्रियंका ने बताया कि, प्रशासन ने उन लोगों को उनसे मिलने नहीं दिया और गेस्ट हाउस के गेट पर ही रोक दिया। प्रियंका ने प्रशासन पर आरोप लगाया कि उन्होंने जब पता चला कि वे लोग गेस्ट आए हैं तो उनसे मिलने गेट तक जा रही थीं, लेकिन प्रशासन ने उन्हें गेट पर जाने तक की इजाजत नहीं दी।
प्रियंका गांधी ने कहा कि इस घटना में ग्रामीणों पर गोलियां चलाई गई हैं, पीड़ितों की सुरक्षा जरूरी है। प्रियंका गांधी ने कहा कि पीड़ितों पर राजनीति नहीं होनी चाहिए और उन्हें उनकी जमीन वापस मिलनी चाहिए।