जुबिली न्यूज डेस्क
लखीमपुर खीरी हिंसा के बाद ये यूपी का सियासी पारा चढ़ा हुआ है। इस घटना के बाद से प्रदेश की राजनीति में एकाएक आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है।
प्रियंका गांधी जहां कांग्रेस का नेतृत्व करते हुए योगी सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश कर रही हैं, वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी राजनीतिक हमले कर रहे हैं।
पिछले दिनों सीतापुर के गेस्ट हाउस में राज्य पुलिस की हिरासत में 60 घंटे तक रहने के दौरान कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी का एक वीडियो और उसी से जुड़ी एक तस्वीर वायरल हुई थी। इस वीडियो में वह झाड़ू लगाती दिख रही थीं।
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प्रियंका के इस वीडियो पर टिपप्णी करते हुए राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि जनता ने उन्हें केवल झाड़ू लगाने लायक ही छोड़ा है।
मुख्यमंत्री योगी की इस टिप्पणी के बाद प्रियंका गांधी लखनऊ की एक दलित बस्ती पहुंची और वहां स्थित वाल्मिकी मंदिर के परिसर में झाड़ू लगाई।
मुख्यमंत्री अजय बिष्ट ने जातिवाद बयान देकर अपनी दलित विरोधी मानसिकता दिखाई है : श्रीमती @priyankagandhi जी pic.twitter.com/wAeMv8LvT0
— Uttar Pradesh Congress Sevadal (@SevadalUP) October 8, 2021
इस मौके पर प्रियंका ने कहा कि योगी आदित्यनाथ की टिप्पणी उनके खिलाफ नहीं बल्कि उन करोड़ों महिलाओं, दलितों और सफ़ाई कर्मचारियों के खिलाफ थी जो पूरे स्वाभिमान के साथ घर और शहर साफ करते हैं।
इससे पहले सीतापुर के गेस्ट हाउस में झाड़ू लगाती प्रियंका गांधी के बारे में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने न्यूज़ 18 टीवी चैनल से कहा था कि लोग उन्हें इसी काबिल बनाना चाहते थे और उन्होंने उनसे वही करवाया है।
योगी ने कहा था कि कांग्रेस नेताओं के पास नकारात्मकता फैलाने के अलावा और कोई काम नहीं है।
लखनऊ की दलित बस्ती पहुंचीं कांग्रेस नेता प्रियंका ने योगी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने सफाई का काम करने वाले लोगों को अपमानित किया है।
दलित बस्ती लव कुश नगर पहुंचीं प्रियंका गांधी ने कहा, “उन्होंने ऐसा कहकर मुझे अपमानित नहीं किया है। उन्होंने आप सभी का अपमान किया है क्योंकि करोड़ों दलित भाई-बहन सफाई कर्मचारी हैं।”
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प्रियंका गांधी ने कहा, इसीलिए उन्होंने ख़ुद वाल्मिकी मंदिर को साफ करने का फैसला किया ताकि वो यह बता सकें कि सफाई करने में कुछ भी गलत नहीं है।
उन्होंने योगी पर निशाना साधते हुए उन्हें अपनी मानसिकता बदलने को कहा। प्रियंका ने यहां लखीमपुर हिंसा पर भी अपनी बात रखी।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री इस मुद्दे पर चुप हैं, इसलिए बाकी नेताओं को पीडि़तों के साथ खड़े होने की जरूरत है।
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वहीं कांग्रेस 10 अक्टूबर को बनारस में एक रैली करने जा रही है जिसे उसने “किसान न्याय रैली” नाम दिया है। इस रैली को पार्टी के 2022 यूपी विधानसभा चुनाव के आगाज के रूप में भी देखा जा रहा है।
रैली में प्रियंका गांधी के मौजूद रहने की भी उम्मीद है।