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लोकसभा चुनाव की सरगर्मी के बीच आज कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने कांग्रेस का दामन छोड़ शिवसेना में शामिल हो गई। उन्होंने मुंबई में मातोश्री पहुँचकर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे की मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता ली।
इस दौरान उन्होंने कहा कि आत्मसम्मान के लिए पार्टी छोड़ी है। महिला सम्मान बड़ा मुद्दा है। प्रियंका उन कांग्रेस कार्यकर्ताओं की दोबारा बहाली से नाराज थीं, जिनके ऊपर उन्होंने बदसलूकी का इल्जाम लगाया था।
इसके बाद उन्होंने बताया की मैंने काफी सोच समझकर शिव सेना ज्वाइन करने का फैसला लिया है। पार्टी में जिस तरह से सलूक किया जा रहा था। उससे वह अपमानित महसूस कर रही थी। प्रियंका ने बताया कि उन्होंने दस साल बिना किसी स्वार्थ के पार्टी की सेवा की। लेकिन मैने जिनके खिलाफ कारवाई की मांग की उन पर कोई कारवाई नहीं की गई।
प्रियंका ने कांग्रेस के प्रवक्ता समेत सभी पदों से इस्तीफा पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी को भेज दिया था। वह कांग्रेस में राष्ट्रीय प्रवक्ता और मीडिया सेल की संयोजक थीं।
बता दें कि इससे पहले प्रियंका ने ट्वीट कर आरोप लगाया था कि कांग्रेस में उन गुंडों को तरजीह दी जा रही है, जो महिलाओं के साथ बदसलूकी करते हैं। पार्टी के लिए मैंने गालियां और पत्थर खाए, लेकिन पार्टी नेताओं ने मुझे धमकियां दीं।
पिछले दिनों प्रियंका चतुर्वेदी मथुरा में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करने गई थीं, तभी उनके साथ कुछ लोगों ने बदसलूकी की थी। उनकी सिफारिश पर मथुरा के आठ कांग्रेस कार्यकर्ताओं के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई। लेकिन 15 अप्रैल को यूपी प्रभारी ज्योतिरादित्य सिंधिया की सिफारिश के बाद इन सभी को बहाल कर दिया गया।